कांग्रेस का विकल्प बनेगी AAP? राष्ट्रीय स्तर पर अब Modi को टक्कर देंगे Kejriwal? राघव चड्ढा के इस बयान की अहमियत…..

पंजाब : दिल्ली के बाद पंजाब में भी परिवर्तन की लहर पर सवार होकर आम आदमी पार्टी ने 117 सीटों में से 92 पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। पंजाब की जनता ने केजरीवाल के परिवर्तन वाले नारे का दिल खोलकर स्वागत किया है, उन्हें दिल्ली के बाहर सक्रिय होने का एक सुनहरा मौका दे दिया गया। आप ने एक ऐसी जीत दर्ज की है कि कई परंपराएं हमेशा के लिए टूट गई हैं।
इसी बीच पंजाब में मिली बड़ी जीत के बाद अब देश में इस बात की बहस ये होने लगी है कि क्या कांग्रेस का विकल्प आम आदमी पार्टी बनने वाली है? क्या राष्ट्रीय स्तर पर अब मोदी को टक्कर देने का काम अरविंद केजरीवाल करेंगे? बता दे कि आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी राघव चड्ढा इतने ज्यादा उत्साहित हो गए कि उन्होंने ऐलान कर दिया कि अब राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पार्टी कांग्रेस का विकल्प बनने जा रही है। उनके इस बयान की अहमयित काफी ज्यादा मानी जा रही है।
जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर आने के लिए किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं चाहती ह। जिन राज्यों में उसे अपने आसार दिखाई पड़ रहे हैं, पहले वो वहां पर मुख्यी विपक्षी दल बनने की कोशिश कर रही है,ऐसा कर वो फिर सीधे बीजेपी से टक्कर ले पाएगी। आगामी गुजरात चुनाव में भी उसकी यही रणनीति देखने को मिल रही है। कांग्रेस को हटा वो खुद को बीजेपी की टक्कर में लाना चाहती है। ऐसा होने से बीजेपी की कितनी चुनौती बढे़गी, ये तो समय बताएगा लेकिन कांग्रेस के लिए बड़े खतरे की घंटी बज जाएगी।
इस समय आम आदमी पार्टी द्वारा सिर्फ राज्यों में कांग्रेस का सफाया नहीं किया जा रहा है, बल्कि वो राजनीति का एक ऐसा मॉडल खड़ा कर रही है जो भविष्य में उसे कई राज्यों में बीजेपी के खिलाफ भी एक मजबूत विकल्प बना सकता है। कल ही पंजाब फतेह करने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि इस देश को बदलना पड़ेगा, यहां के सिस्टम को बदलना पड़ेगा. कुछ लोग लूट रहे थे देश को, कोई स्कूल नहीं बनाए, कोई अस्पताल नहीं बनाए, लोगों को जानबूझकर गरीब रखा गया था। अब केजरीवाल के इस बयान का अगर अध्ययन किया जाए तो समझ लगती है कि साल 2014 में देश की राजनीति में पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ इसी अंदाज में एंट्री की थी।
बता दे कि पंजाब कोई छोटा राज्य नहीं है। यहां की राजनीति में पैर जमाना भी बच्चों का खेल नहीं है। एक तरफ अगर कांग्रेस खड़ी थी तो दूसरी तरफ अकाली भी पूरा दमखम लगा रहे थे। बावजूद इसके आप संयोजक अरविंद केजरवील ने पंजाब पर बड़ा दांव चला। दिल्ली के बाहर पैर पसारने के लिए उन्होंने अपना काफी समय पंजाब में लगाया। जिस दिल्ली मॉडल के जरिए उन्होंने राजधानी में दो बार सत्ता हासिल की, उसी का उदाहरण देकर उन्होंने पंजाब की जनता का दिल जीतने का भी प्रयास किया। अपना विकास मॉडल आम आदमी पार्टी भी बना रही है, ऐसे में अगर आने वाले सालों में कांग्रेस का ग्राफ ऐसे ही नीचे जाता रहा तो बीजेपी के सामने नई चुनौती आम आदमी पार्टी की खड़ी होने वाली है।