पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या! धूमा पुलिस ने सुलझाया खोवासिंह हत्याकांड!
धूमा-सिवनी से महेंद्र सिंध नायक की रिपोर्ट – लगातार सनसनी बने रहे धूमा थाना क्षेत्र के खोवासिंह हत्याकांड मामले से धूमा पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। संदिग्ध परिस्थितियों में मिले खोवासिंह की हत्या उसकी ही पत्नी जानकी बाई ने अपने प्रेमी दुर्गेश अहिरवार के साथ मिलकर की थी। धूमा थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।
धूमा थाना पुलिस ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि दिनांक 02/11/2020 प्रार्थी गोविंद पिता मंगल सिंह इनवाती उम्र 42 साल निवासी ग्राम डोंगरगांव ने थाना धूमा में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया था, कि उसका चाचा खोवासिंह इनवाती पिता कारेलाल इनवाती उम्र 40 साल निवासी ग्राम डोंगरगांव दिनांक 31/11 2020 को 3:30 बजे दिन में नागनदेवरी से धूमा महाकाली दशहरा देखने आया था, जो वापस घर नहीं आया था। जिसकी तलाश वो अपने स्तर पर कर रहे थे। दिनांक 02/11/2020 को प्रार्थी गोविंद व उसकी चाची जानकी बाई लापता खोवासिंह को खोजने निकले थे। सुबह 10:00 बजे आते समय बंजारी पुलिया के नीचे शौच करने जाने पर पुलिया के नीचे भरे पानी में खोवासिंह की उतराती हुई लाश पड़ी मिली।
गोविन्द की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर, शव का प्राथमिक निरीक्षण करने पर मृतक खोवासिंह की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में होना पाया गया। जो प्रथम दृष्टया हत्या का लग रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गमछे से गला घोंटना पाया गया। मृतक की हत्या कर शव नाला में फेंक देने एवं साक्ष्य विलोपित करने के आशय पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध दिनांक 03/11/2020 को अपराध क्रमांक 316/2020 धारा 301,201 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अपराध की गंभीरत प्रवृति के आधार पर पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुसे एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आर.एन. परतेती के निर्देशन में थाना प्रभारी मुन्नालाल राहंगडाले सहित टीम बनाकर मामले की सूक्ष्म विवेचन व आरोपियों की पहचान की गई। उक्त टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जो इस प्रकार है।
इस पूरे प्रकरण का आरोपी दुर्गेश पिता किस्सू लाल अहिरवार उम्र 23 साल निवासी नागन देवरी एवं मृतक खोवासिंह की पत्नी जानकीबाई उम्र 26 साल निवासी डोंगरगांव के पिछले 1 वर्ष से अवैध संबंध थे। इस बात की जानकारी मृतक खोवासिंह एवं उसके परिवार वालों को लग गई। उन्होंने जानकीबाई को समझाया और इनके मिलने पर पाबंदी लगाई। इससे दोनों को मिलने जुलने में दिक्कत आने लगी तब से ही दोनों ने राह का कांटा बन रहे खोवासिंह की हत्या करने का षड्यंत्र तैयार किया। ये दोनों लगातार खोवासिंह की हत्या करने की फिराक में थे। दिनांक 31/10/2020 को आरोपी दुर्गेश पिता किस्सू लाल अहिरवार उम्र 23 साल निवासी नागन देवरी योजना बनाकर महाकाली विसर्जन देखने धूमा आ गया, तथा फोन करके मृतक खोवासिंह को शाम करीब 6:00 बजे धूमा बुलाया और शराब पिलाया।
रात्रि करीब 10:00 बजे धूमा से गोटेगांव रोड में बंजारी के आगे नाले के पास मृतक खोवासिंह को उतार दिया। तथा अपनी प्रेमिका जानकी बाई को मोबाइल से आरोपी दुर्गेश ने इस बारे में बताया और योजनाबद्ध तरीके से अपनी मोटरसाइकिल से जानकीबाई को अपने साथ लेकर आया। रात्रि 11:00 बजे खोवा सिंह की पत्नी जानकीबाई एवं दुर्गेश अहिरवार ने खोवासिंह के गले में रखे गमछे से ही उसका गला घोटकर हत्या कर दी एवं उसे उठाकर नाला के नीचे पानी में फेंक दिए। आरोपी गणों को गिरफ्तार किया गया तथा अपराध में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं शराब की शीशी सहित अन्य सामग्री जप्त की गई।
इस हत्याकांड मामले को सुलझाने में धूमा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक मुन्ना लाल राहंगडाले, सउनि राजेश दुबे, आरक्षक मेघेन्द्र राहंगडाले, सतीश ठाकुर, महिला आरक्षक अनुराधा राजपूत, चालक आरक्षक रवि यादव की सराहनीय भूमिका रही।