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प्रदेश सरकार के "दो दिग्गज" मंत्री आपस में भिड़े, बढ़ी सीएम कमलनाथ की मुश्किलें 

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश कांग्रेस में तनातनी का माहौल बना हुआ हैं। कांग्रेस के कई नेता, मंत्री और विधायक अपनी ही सरकार को घेरे हुए हैं। इसी बीच अब कांग्रेस सरकार के दो मंत्री आपस में ही भिड़ गए। दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेता और कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया। जो मंत्री गोविंद सिंह को रास नहीं आया, और उन्होंने मंत्री सज्जन सिंह के बयान पर ज़ोरदार पलटवार कर दिया। 

दरअसल, मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने एक बयान देते हुए कहा कि प्रदेश में अफसरों की किचन कैबिनट बनी हुई है जो अपने अफसरों को मैदानी पोस्टिंग दे रही हैं। ये कल्चर कांग्रेस कार्यकर्ता की नाराजगी का बड़ा कारण हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता और संगठन में तालमेल का सबसे बड़ा रोड़ा अफसरशाही है जो मंत्रियों के दिशा-निर्देशों के बाद भी काम में रुकावट लाता हैं। इस मामले की शिकायत वो सीएम कमलनाथ से करेंगे। 

वहीं, दूसरी तरफ मंत्री गोविंद सिंह ने सज्जन वर्मा के इस बयान पर ज़ोरदार पलटवार करते हुए उनकी काबिलियत पर सवाल खड़े कर दिए। मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि कमजोर घुड़सवारी से इस तरह के हालात बनते हैं। मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि, 'मैं ये मानता हूं कि अफसरशाही हावी है। अफसरशाही घोड़े की तरह हैं। घोड़े पर सवारी करने वाला कैसा है इस पर निर्भर करता हैं। यदि घुड़सवार कमजोर होगा तो घोड़ा गिरा देगा। लगाम खींचकर घोड़ा चलाने वाले को दिक्कत नहीं आती हैं। 

बता दे कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में लंबे समय से अनबन की खबरे सामने आ रहीं हैं। सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच भी अनबन बनी हुई हैं। वहीं, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह और कंप्यूटर बाबा के बीच भी नोकझोक की खबरे सामने आ चुकी हैं। ऐसे में अब कांग्रेस के दो दिग्गज मंत्रियों के बोल वचन सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले साबित होते दिख रहे हैं। 

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