यह "विश्व आदिवासी दिवस" नहीं, "आदिवासी अपमान दिवस" : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
मध्यप्रदेश/भोपाल : विश्व आदिवासी दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया हैं, जिसमें उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासी किसी ठेका और कमीशन के लिए भूखा नहीं है बल्कि सम्मान के लिए भूखा है. आदिवासी दिवस पर कांग्रेस सरकार ने छुट्टी घोषित की थी और हर ब्लॉक को पैसा भेजा था जिससे आदिवासी अपना त्यौहार मनाएं. यह “विश्व आदिवासी दिवस” है यह मध्य प्रदेश का आदिवासी दिवस नहीं है यह तो अब “आदिवासी अपमान दिवस” बन गया है, विश्व आदिवासी दिवस पर सरकार ने जो किया है उसको देखते हुए मैं सदन में श्रद्धांजलि दे कर आया हूं आज आदिवासी समाज का बहुत बड़ा अपमान हुआ है और हमें इस बात का बड़ा दुख है..
वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तर्क पर कमलनाथ ने कहा की- “अगर छुट्टी दो कर देते या चार छुट्टी कर देते तो, ये सवा दो करोड़ आदिवासी की बात है, इसमें कोई परहेज नहीं होना चाहिए.”
बता दें कि विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने कांग्रेस पार्टी द्वारा विरोध किया जा रहा हैं. इस मौके पर ओमकार सिंह तीर कमान और पीले धोती-कुर्ते में विधानसभा पहुंचे.