Sagar : महज़ डेढ़ हज़ार रूपये के लिए अपने ही माँ-बाप और भाई की कर दी हत्या , फिर 5 हज़ार का सूट पहनकर गया पार्टी मनाने

- सागर की घटना नाबालिग ने कुबूला जुर्म
- अपने ही माँ – बाप और भाई की कर दी थी हत्या
- फेयरवेल पार्टी के लिए माँ ने नहीं दिए थे पैसे
- अय्यासी में उड़ाता था पैसे
Sagar News, Gautam :- महज 17 साल 8 माह की उम्र और अपने ही माता-पिता और छोटे भाई का क़त्ल। यही नहीं 3 लोगों की हत्या करने के बाद नाबालिग 5 हज़ार की सूट (Suit) पहनकर पार्टी (Party) मनाने गया।
यह कोई हिंदी सिनेमा की कहानी नहीं है बल्कि सागर के आनंदनगर में हुई एक बड़ी घटना है। सिर्फ 17 साल 8 माह की उम्र में तीन-तीन हत्याओं का दोषी यह नाबालिग बहरहाल पुलिस कस्टडी में हैं। उसे अपने माता-पिता और भाई की हत्या का कोई भी गम नहीं है। तीन हत्याओं के अगले दिन वह पांच हज़ार का सूट पहनकर अपने स्कूल के विदाई समारोह में गया था। फोटोशूट के लिए कैमरा भी उसी ने किराए पर मंगवाया था यहाँ तक की अपने दोस्तों के साथ शहर के एक होटल में पार्टी भी की थी।
सागर के आनंद नगर में हुए तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले नाबालिग को पुलिस ने बुधवार रात मकरोनिया चौराहे पर दबोच लिया। गुरूवार को पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने पूरे घटनाक्रम क खुलासा किया उन्होंने बताया कि नाबालिग ने सबसे पहले माँ की हत्या की। इसके बाद बारी – बारी से पिता और फिर छोटे भाई को मौत के घाट उतारा। इस वारदात को उसने 24 जनवरी की शाम से लेकर 10 बजे के बीच अंजाम दिया।
माँ को डेढ़ हज़ार रूपये के लिए मार दिया
पुलिस ने बताया कि 12वी कक्षा में पढ़ने वाले नाबालिग ने 24 जनवरी की शाम सोफा पर बैठकर टीवी देख रही माँ से डेढ़ हज़ार रुपए मांगे थे। उसकी हरकतों से वाकिफ उसकी माँ ने उसे पैसे देने से इंकार कर दिया। इसके बाद वह भड़क गया और उसने अपनी माँ का गला घोट दिया। इतने से भी उसका मन नहीं भरा तो उसने माँ के लाश पर गोली भी चलाई। शव को अंदर के कमरे में ले गया और बाहर वाला कमरा पानी से साफ़ कर दिया।
अय्यासी में उड़ाता था पैसे
आनंदनगर के गली नंबर 3 में रहने वाले सेवानिवृत फौजी ने नाबालिग बेटे को काफी लाड़-प्यार से पाला था। लेकिन सातवीं कक्षा तक पहुँचते-पहुँचते उसकी हरकते और संगत खराब हो गयी। वह शराब पीने लगा और लडकियां घुमाने लगा। इन्ही सब आदतों के चलते बार बार घर से खरी खोटी भी सुननी पड़ती थी। यहाँ तक की 2 से 3 बार वह घर से रूपये लेकर भाग चूका था।
ऐसे मारा पिता को
माँ की हत्या और शव छुपाने के बाद वह घर में बैठकर योजना बनाता रहा। रात 8:30 बजे पिता जैसे ही छावनी से आये उसने दो गोलियां पिता के सीने में उतार दी। पिता के शव को भी माँ के शव पास रख दिया और कमरा धोकर साफ़ कर दिया। उसके बाद रात भर बस स्टैंड घूमता रहा। 25 जनवरी को स्कूल में फेयरवेल पार्टी थी। उसने इसके लिए 5 हज़ार का सूट ख़रीदा और इसे ही पहनकर पार्टी में गया। रात में दोस्त के घर ही सोया।
नाबालिग का मानसिक रोगी होने का अंदेशा है।