पूर्व CM कमलनाथ और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बीच आई दरार! हाई कमान ने किया तलब, मांगी रिपोर्ट
नईदिल्ली/भोपाल : पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पार्टी के संगठन वाले 56 जिलों में प्रभारियों को नियुक्त कर दिया है, इनमें ज्यादातर वे चेहरे हैं जो कमलनाथ के करीबी हैं। सबसे अहम प्रदेश का विंध्य इलाका है, जहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को दरकिनार करते हुए कमलनाथ में अपने करीबियों को अहम जिम्मेदारी सौंपी हैं।
बता दे कि कमलनाथ ने विंध्य इलाके में अजय सिंह को दरकिनार कर बीजेपी से दल बदल कर वापिस कांग्रेस में लौटे कांग्रेस नेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को रीवा जिले की अहम जिम्मेदारी दी हैं। विंध्य इलाके में पीसीसी की ओर से नियुक्त प्रभारियों को लेकर अजय सिंह खेमा नाराज़ हैं।
मालूम हो कि हालही में अजय सिंह ने कांग्रेस सरकार गिरने का कारण कमलनाथ को बताया था। इतना ही नहीं कमलनाथ के कोरोना के इंडियन वैरियंट वाले बयान पर संयम बरतने की सलाह भी अजय सिंह ने दी थी।
दरअसल, पूर्व सीएम कमलनाथ विधानसभा चुनाव में विंध्य में कांग्रेस की हार को अब तक भूल नहीं पाए हैं। उन्होंने इतने अरसे बाद कांग्रेस की हार के लिए विंध्य को दोषी ठहराया तो विंध्य से पार्टी नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को ये नागवार गुजरा। अजय सिंह ने कमलनाथ के बयान पर ऐतराज जताया था।
अब ये मामला हाई कमान तक पहुंच गया हैं। इस पूरे मामले की जानकारी अब पार्टी हाईकमान ने तलब की हैं। प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने जानकारी मांगी हैं। सूत्रों के मुताबिक मुकुल वासनिक ने अजय सिंह से फोन पर चर्चा भी की हैं।
इधर, पीसीसी ने साफ कर दिया है कि किसी नेता की नाराजगी पर किसी प्रभारी को बदला नहीं जाएगा। मतलब साफ है कि अब कांग्रेस पार्टी में सिर्फ कमलनाथ के फैसले ही मान्य होंगे।