मप्र में फिर थमेंगे बसों के पहिए, संचालकों ने किया हड़ताल पर जानें का ऐलान, ये है वजह
मध्यप्रदेश/भोपाल – मध्यप्रदेश में एक बार फिर यात्री बसों के पहिए थम सकते हैं। दरअसल, मंगलवार को बस ऑपरेटर एसोसिएशन की बड़ी बैठक हुई।बैठक में बताया गया कि लगातार पेट्रोल-डील की बढ़ती कीमतों के चलते खर्च उठाना मुश्किल हो गया हैं। इतना ही नहीं सभी ऑटो पार्ट्स टायर के अलावा अन्य खर्चे भी बढ़ने से बस व्यवसाय घाटे में जा रहा है और कई बस संचालक तो कर्ज में डूबने के कारण आत्महत्या तक कर चुके हैं।
इसी बीच प्रदेश के करीब 13 हजार बस संचालकों ने हड़ताल की चेतावनी दी हैं। वहीं, सीधी हादसे को लेकर 26-27 फरवरी को भी हड़ताल का ऐलान किया गया हैं। बस ऑपरेटरों का कहना है कि पिछले 6 महीने में तीन बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से चर्चा के बावजूद कुछ हल नहीं निकला हैं।
जब डीजल 58 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था तब बसों का किराया निर्धारित किया गया था, लेकिन आज दाम 90 रुपए लीटर हो गए हैं, बावजूद इसके किराया नहीं बढ़ाया गया हैं। डीजल की बढ़ती कीमतों के बाद भी सरकार तीन साल से किराया वृद्धि नहीं कर रही हैं। पुरानी दरों में खर्चा निकालना मुश्किल हो रहा हैं।
बस ऑपरेटरों का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में कोई समाधान नहीं निकला तो सभी बस संचालक 1 मार्च से हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और विभाग की होगी।