माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में फिर से हंगामा,छात्राओं ने कहा HOD पूछते हैं अनुचित प्रश्न

भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव :-माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय एक बार फिर से सुर्ख़ियों में है। अभी एक धरना प्रदर्शन पर किसी तरह काबू पाया गया था फिर कल यानि मंगलवार की रात विश्वविद्यालय की दो छात्राएं धरने पर बैठ गयी।
मीडिया रिपोर्ट में हमेशा सुर्खियां बटोरने वाले विश्वविद्यालयों में एक नाम माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय का भी है। कुछ वक़्त पूर्व ही छात्रों के निष्कासन और उनपर जारी FIR को लेकर विश्वविद्यालय का माहौल काफी गर्म था। अब फिर एक नया मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग की दो छात्राओं ने उनके ही HOD के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है।
जनसंचार की छात्र मनु ने मीडिया रिपोर्टर से बात करते हुए बताया कि जब मैंने विश्विद्यालय में एडमिशन लिया था तो उस दौरान तत्कालीन HOD संजीव गुप्ता प्रोफेसर थे उन्होंने एक दफा अपने ऑफिस में बुलाया और पूछा कि मनु क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? यह बात मेरे लिए बेहद अजीब थी मैंने उन्हें तुरंत जवाब देते हुए कहा कि सर किसी शैक्षणिक स्थान पर ऐसा प्रश्न अनुचित है और मैं किसी प्रकार से भी ऐसे प्रश्नो का उत्तर देने के लिए बाध्य नहीं हूँ।
मनु का कहना है कि उस वाक़ये के बाद से ही संजीव गुप्ता उनसे चिढ़ते हैं।
मनु ने बताया कि तबियत बिगड़ने की वजह से इस सेमेस्टर में उनकी अटेंडेंस बेहद कम हो गयी जिसकी वजह से प्रबंधन ने उनका प्रवेश निरस्त कर दिया। बाद में एक नोटिस जारी किया गया जिसमे निष्काषित छात्रों को दोबारा 500 रूपए देकर प्रवेश लेने के विकल्प का प्रावधान था।
मनु के मुताबिक नोटिस जारी होने के बाद वह HOD के पास प्रवेश हेतु पहुंची। पर मनु का कहना है कि HOD ने उनका प्रवेश लेने से साफ़ इंकार क्र दिया और सामान परिस्थिति की उनकी दोस्त का प्रवेश लेने के लिए राज़ी हो गए।
मनु ने बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि HOD ने कहा कि आप अपने प्रवेश के लिए कहीं और सोर्स लगाइये।
छात्रों का कहना है की इस घटनाक्रम के बाद हमने और ऊँचे स्तर पर अपनी बात रखने की कोशिश की पर कोई करवाई नहीं हुई। कुलपति द्वारा भी कोई सुनवाई नहीं की गयी। छात्राएं दोबारा HOD के पास गयी तो सिर्फ एक छात्रा के प्रवेश का प्रस्ताव रखा गया और दुसरे के चरित्र पर लांछन लगाए गए।
फिलहाल छात्रों के इस बयान के बाद HOD और कुलपति के कोई भी बयान सामने नहीं आये हैं। मामला गंभीर रूप ले चुका है। अगली खबर में हम आगे की परिस्थितियों के बारे में पूरी जानकारी देंगे।