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"राम वनगमन" पर केंद्रित भगवान श्रीराम पर मध्यप्रदेश में किया जाएगा परीक्षा का आयोजन, विजेताओं को कराएंगे रामलाल के VIP दर्शन

भोपाल/शुभम शुक्ला: मध्यप्रदेश में भगवान राम को लेकर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यह परीक्षा मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों में आयोजित की जाएगी। परीक्षा का केंद्र बिन्दु रामायण का अयोध्या काण्ड होगा। परीक्षा का आयोजन तुलसी मानस प्रतिष्ठान और संस्कृति विभाग मिलकर कराएंगे। परीक्षा में भगवान राम के जीवन से जुड़े 100 सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा वैकल्पिक आधार परहोगी।

विजेताओं को भगवान रामलाल के VIP दर्शन कराए जाएंगे

भगवान राम के जीवन पर आयोजित इस परीक्षा का सबसे रोचक पहलू विजेताओं को मिलने वाला इनाम है। परिक्षा में प्रत्येक जिले से 8-8 विजेता चुने जाएंगे जिसमें 4 छात्र और 4 आम लोग होंगे। इसमें मिलने वाले पुरस्कार के तौर पर विजेताओं को गिफ्ट या कोई नगद इनाम नही बल्कि भगवान श्री रामलला का VIP दर्शन कराया जाएगा। विजेताओं को उनके जिले से प्लेन में लेकर अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन कराए जाएंगे और इसके बाद वापस उनको जिले में प्लेन से ही छोड़ा जाएगा। इस दौरान रहने से लेकर खाने तक कि पूरी व्यवस्था आयोजन मण्डल को रहेगी।

सामाजिक समरसता केन्द्रित रहेगी पूरी परीक्षा

भगवान राम के जीवन पर होने वाली पूरी परीक्षा का उद्देश्य युवा पीढ़ी को भगवान श्रीराम के आदर्शों से अवगत कराने के साथ-साथ सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना है। पूरी परीक्षा रामायण के अयोध्या काण्ड पर आधारित होगी। अयोध्या काण्ड में ही भगवान श्री राम के वन त्यागने से लेकर वन गमन,केवट का प्रेम ,भीलों से मिलन, निषादराज प्रसंग भरत मिलाप आदि आपसी प्रेम और भाईचारे का सन्देश देने वाले दृश्य इसी काण्ड में हैं।

तीन चरणों मे होगी परीक्षा,100 रुपये रखा जाएगा परीक्षा शुल्क

तुलसी मानस प्रतिष्ठान के अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने बताया की परीक्षा का आयोजन तीन चरणों मे किया जाएगा । जिला और सम्भाग स्तर पर परीक्षा के आयोजन के बाद प्रदेश स्तर पर एक साथ ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। रघुनंदन शर्मा ने बताया कि परीक्षा के लिए अब तक सरकार द्वारा कोई फण्ड नहीं मिला है इसलिए फण्ड की व्यवस्था परीक्षा के जरिए ही कि जाएगी इसके ली प्रत्येक विद्यार्थी से 100 रुपए परीक्षा शुल्क लिया जाएगा।

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