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मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद का बयान,कहा- अब वक़्त आ गया है कि मुस्लिम देश एकजुट हो जाएं.

मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद का बयान,कहा- अब वक़्त आ गया है कि मुस्लिम देश एकजुट हो जाएं.

ईरान और अमेरिका के बीच चल रहे तनाव, भारत में CAA का विरोध इन सब के बीच मलेशिया के पीएम ने बयान दिया है कि अब वक्त आ गया है कि दुनिया के सारे मुस्लिम देश को एकजुट हो जाना चाहिए। बता दें कि मलेशिया एकमात्र मुस्लिम बहुल देश था जो ईरान के समर्थन में खड़ा हुआ. दुनिया के सबसे बुज़ुर्ग प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने जनरल क़ासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद कहा कि अब वक़्त आ गया है कि मुस्लिम देश एकजुट हो जाएं.

क्या कहा पीएम महातिर ने

  • महातिर मोहम्मद 94 साल के हैं. उन्होंने ईरानी कमांडर क़ासिम सुलेमानी के मारे जाने पर कहा कि यह अनैतिक है और चेताया कि जिसे दुनिया 'आतंकवाद' कहती है उसे इस मौत से और ऊर्जा मिलेगी.
  • ''हमलोग अब सुरक्षित नहीं हैं. अगर कोई कुछ कहता है और दूसरों को पसंद नहीं आता है तो वह दूसरे देश में ड्रोन भेजता है और मार देता है.''  महातिर ने इस हत्या की तुलना सऊदी मूल के पत्रकार जमाल ख़ाशोज्जी से की. जमाल ख़ाशोज्जी सऊदी के शाही परिवार की आलोचना करते थे और उन्हें सऊदी ने तुर्की में मार दिया था.  
  • ईरान पर अमरीकी प्रतिबंध के बावजूद मलेशिया के सऊदी की तुलना में ईरान से अच्छे रिश्ते हैं. महातिर ने कहा था कि सुलेमानी की मौत के बाद ये अच्छा मौक़ा है कि सभी मुस्लिम देश एकजुट हो जाएं.
  • महातिर मोहम्मद 1981 से 2003 तक मलेशिया के पीएम रहे थे और एक बार फिर से वो 2018 में चुनाव जीते.
  •  कई विश्लेषकों को लगता है कि महातिर मोहम्मद मुस्लिम दुनिया को एक करने की बात तब कर रहे हैं जब आपस में ही इस्लामिक दुनिया पहले से कहीं ज़्यादा उलझी हुई है.  
  • महातिर ने 2018 में जब संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित किया था तो इसराइल को जमकर निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था कि इसराइल का बनना आतंकवाद का स्रोत है और यहीं से मुसलमान और इस्लाम के प्रति दुश्मनी बढ़ी है.
  • पिछले साल पाँच अगस्त को जब भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किया तब भी उन्होंने यूएन की आम सभा में इस मुद्दे को उठाया और कहा कि भारत ने कश्मीर पर हमला कर क़ब्ज़ा कर रखा है.
  • भारत ने एनआरसी और सीएए को लाया तब भी महातिर मोहम्मद ने भारत की आलोचना की और कहा कि अगर वो मलेशिया में एनआरसी लाएं तब क्या होगा. इन दोनों बयानों पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई लेकिन महातिर मोहम्मद पीछे नहीं हटे.

 

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