MP:- जनता तय कराएगी "कद्दावर" से "गद्दार" नेता तक का सफर! सिंधिया की घटती लोकप्रियता
MP:- जनता तय कराएगी कद्दावर से गद्दार नेता तक का सफर! सिंधिया की घटती लोकप्रियता
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमल का दामन थाम लिया. जिसके बाद अब धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता कम होती नजर आ रही है
वहीं कांग्रेस का कहना है कि उपचुनाव में जनता ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद्दावर से गद्दार नेता तक का सफरनामा लिखेगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकप्रियता कम होने से इसका सबसे ज्यादा असर सिंधिया समर्थक प्रत्याशियों को पड़ने वाला है जो कांग्रेस छोड़कर सिंधिया के साथ भाजपा में आए थे और उन्हें उन सीटों से ही टक्कर मिलेगी जहां पर उन्होंने अपना कांग्रेस में रहकर जीत दर्ज कराया था.
इन सिंधिया समर्थक प्रत्याशियों को भाजपा नेता और शिवराज सिंह चौहान के बलबूते मैदान में उतरना पड़ेगा. प्रदेश में 28 उप चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही कमर कस ली है. कांग्रेस ने अपना मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए प्रियंका गांधी और सचिन पायलट को सिंधिया के सामने उतारने का प्लान बना लिया है.
कोरोना का खतरा चरम पर है पर नेताओं की जनसभाएं लगातार चालू है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. पर किसी को भी इस बात की चिंता नहीं है कि प्रदेश में कितनी बुरी तरह से कोरोना का संक्रमण फैलता जा रहा है, राजनेताओं को सिर्फ 28 विधानसभा सीटें नजर आ रही हैं. वही शिवराज और सिंधिया की बात करें तो स्थानीय लोगों के बीच शिवराज की लोकप्रियता सिंधिया से ज्यादा बढ़ चुकी है. पूर्व में सिंधिया के नाम पर लोगों के चेहरे पर जो ललक होती थी वह अब भीनी हो चुकी है. कद्दावर नेता से सिंधिया को लोग अब गद्दार नेता मानने लगे हैं.
अब देखना यह बेहद दिलचस्प होगा कि आने वाले उपचुनाव में जनता सिंधिया को अपना कैसा रूप दिखाती है. सिंधिया के दल बदलने के साथ क्या वाकई उनकी लोकप्रियता खत्म हो जाएगी या फिर बरकरार रहेगी