न्यायिक प्रक्रिया बहुत महंगी हो चुकी है जिसे सस्ती करने की ज़रुरत है: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
न्यायिक प्रक्रिया बहुत महंगी हो चुकी है जिसे सस्ती करने की ज़रुरत है: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
- जोधपुर हाईकोर्ट की नई इमारत का हुआ उद्घाटन
- राष्ट्रपति ने किया इमारत का उद्घाटन
- न्यायिक प्रक्रिया पर बोले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जब राजस्थान हाईकोर्ट की नई इमारत को उद्घाटन करने पहुंचें तब उन्होनें कहा कि न्यायिक प्रक्रिया बहुत महंगी हो गई है.साथ ही, 'गरीब आदमी के लिए सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति में हमें देश के लोगों को सस्ता और त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे.' “इसके अलावा गरीबों और वंचितों को मुफ्त कानूनी सहायता मुहैया कराने का दायरा भी व्यापक करना होगा.”
जिसके बाद राष्ट्रपति ने राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीशों से आग्रह किया कि दिए गए निर्णयों की जानकारी हिंदी में उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने कहा कि उच्चतम तकनीक का उपयोग करते हुए सुप्रीम कोर्ट नौ भाषाओं में अपने निर्णयों के बारे में जानकारी दे रहा है. इतना ही नही सत्य हमारे गणतंत्र की नींव बनाता है और संविधान ने न्यायपालिका को सत्य की रक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में न्यायपालिका की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. हमारे देश में अतीत में राजाओं और बादशाहों से न्याय पाने के लिए कोई भी व्यक्ति उनके निवास के बाहर घंटी बजा सकता था और न्याय पा सकता था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है.” राष्ट्रपति ने कहा, “न्यायिक प्रणाली बहुत महंगी हो गई है. देश के किसी भी गरीब व्यक्ति के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच स्थापित करना मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति में हम सभी की जिम्मेदारी है कि देश के प्रत्येक नागरिक की सस्ते न्याय तक पहुंच हो. सभी को इस दिशा में प्रयास करने होंगे.” 'मेरी सबसे बड़ी चिंता यह है कि क्या हम, सभी के लिए न्याय सुलभ करा पा रहे हैं?' साथ ही उन्होंने न्याय प्रक्रिया के खर्चीला होते जाने की बात भी की.