आदिवासी बच्चों का हो रहा लगातार शोषण , 5 कमरों में भर दिए 56 बच्चे – भोपाल

आदिवासी बच्चों का हो रहा लगातार शोषण , 5 कमरों में भर दिए 56 बच्चे -भोपाल
- एक बच्चे ने धागे से पैर में बांध रखी थी टूटी चप्पल
- बुधवार को यहीं पर हुई थी, 7 साल के मासूम की गला दबाकर हत्या
भोपाल : शासकीय अनुसूचित जनजाति बालक माध्यमिक आश्रम में बुधवार को एक 7 साल के मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इसी के एवज में जब प्रदेश के आदिवासी विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम निरीक्षण करनें पहुंचे तो वहां पर व्याप्त अव्यवस्थाओं की पोल खुली।
न खाने में शुद्धता, न नहानें को पानी
निरीक्षण करनें पर यह सामने आया कि यहां रह रहे बच्चे टॉयलेट के गंदे पानी से नहा रहे है। लेटने के लिए जिस बिस्तर का इस्तेमाल कर रहे हैं उनसे दुर्गंध आती है। यहां तक बच्चों को दिया जाने वाला खाना भी बेहद बुरी हालत में रखा हुआ है।
हालात इस कदर बदस्तूर मिले कि यहां पढ़ रहे पहली कक्षा के एक छात्र ने टूटी चप्पल को अपने पांव में धागे से बांध रखा था।
चार साल से नहीं आया कोई अधिकारी
- जहां यह हॉस्टल चल रहा है वहां कोई बड़ा अधिकारी निरीक्षण करनें नहीं आया है।
मंत्री ने दिया बड़ी कार्रवाई का आश्वासन
- आदिवासी विकास मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने आश्वासन दिया है, कि जो भी इसमें संलिप्त मिलेगा उसके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित बच्चों को आर्थिक मदद
- मंत्री ने बच्चों के परिवार को 2-2 लाख रूपए आर्थिक मदद की घोषणा भी की।