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भोपाल: शिवराज सरकार के तानाशाही तेवर, किसान आंदोलन को कवर करने जा रहे मीडियाकर्मियों को पुलिस ने रास्ते में ही रोका 

भोपाल: शिवराज सरकार के तानाशाही तेवर, किसान आंदोलन को कवर करने जा रहे मीडियाकर्मियों को पुलिस ने रास्ते में ही रोका 
भोपाल/राजकमल पांडे। कहा जाता है कि जब सत्ता की हनक नेताओं को सवार हो जाता है, तो नेता वहीं करते हैं जो मनाही है. और वह सब करने में उतर आते हैं कि जो कोई भी देखे तो कहे सत्ता अहंकारी हो चला है. लोकतंत्र को जिन्दा रखने का दायित्व देश के समस्त नागरिकों को है, पर भैया, मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान उनके लिए लोकतंत्र के कायदे-कानून मायने नहीं रखते हैं. पुलिस उनके पास है, बल केन्द्र तक झोंक देने का है, धन की कमी नहीं है, और सत्ता का अहंकार तो हैै ही . 
गौरतलब है कि विधानसभा सत्र स्थिगित होने के बाद, सोमवार को कांग्रेस भोपाल में बड़ा किसान आंदोलन करने जा रही है. जिसकों लेकर कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ विधानसभा घेराव करने जा रही थी. उसी के मद्दे नजर सुबह से ही पूर्व केन्दीय मंत्री अरूण यादव के बंगले के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. जिसका अरूण यादव ने विरोध करते हुए कहा कि ‘‘आंदोलन को लेकर कई किसान नेता उनसे मिलने आने वाले थे। ऐसे नेताओं को भोपाल के बाहर रोक दिया गया है। साथ ही उनसे किसी को नहीं मिलने दिया जा रहा है’’ 
दूसरी ओर शिवराज की पुलिस आंदोलन कवर करने जा रही मीडिया को रास्ते में ही रोंक दिया, आपको बता दें कि मीडिया को कवर करने से रोकने की बात पहली दफा नहीं है यह दूसरी बार है जब मीडिया को कवर करने से रोका गया है. व विधानसभा जाने के तमाम रास्ते बंद कर दिए गए हैं. इस पर किसी नेता का बयान नहीं आया है कि रास्ते क्यों बंद किए गए हैं पर सूत्रों के हवाले से ज्ञात हुआ है कि सरकार ने तर्क हैं कि इससे कोरोना का खतरा बढेगा. इस पर बड़ा सवाल यह है कि सरकार कोरोना की आड़ में वो कर गुजरने को तैयार है, जो हमारे देश में मनाही है.
मालूम नहीं शिवराज ये क्यों भूल जाते हैं कि जिस किसान, मजदूरों से आप घुटने के बल होकर वोट मांगते हैं, उन्हीं की आवाज को दबाने के प्रयत्न मात्र से आपकी सरकार घुटने के बल आ जायेगी. तमाम कायदे-कानून को अपने उंगली में नचा सकने का जहमत रखने वाले शिवराज हमेशा यह बात भूल जाते हैं. आंदोलन की बागडोर संभाल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा है कि सरकार ने किसानों के डर से विधानसभा का सत्र स्थिगित किया है. कांग्रेस बैल-गाड़ियों से विधानसभा का घेराव करने जा रही है, विधानसभा सत्र भले ही स्थिगित कर दिया हो, लेकिन कांग्रेस भोपाल की सड़कों पर किसानों के हित में आवाज बुलंद करेगी।

फिर अरुण यादव ने कहा कि बंगले के बाहर भारी पुलिस बल तैनात की गई। अरुण यादव ने आरोप लगाया है कि सोमवार को होने वाले आंदोलन को लेकर कई किसान नेता उनसे मिलने आने वाले थे। ऐसे नेताओं को भोपाल के बाहर रोक दिया गया है। साथ ही उनसे किसी को नहीं मिलने दिया जा रहा है, फिर भी सोमवार को कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।

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