इसलिए पार्टी ने कमलनाथ को बनाया नेता प्रतिपक्ष…. हुआ बड़ा खुलासा
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को नेता प्रतिपक्ष चुना गया हैं। ऐसे में एक बार फिर कमलनाथ के पास दोहरी ज़िम्मेदारी आ गई हैं। इस से पहले वो मुख्यमंत्री पद और प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला रहे थे। हालांकि, अभी भी वो प्रदेश अध्यक्ष है लेकिन अब मुख्यमंत्री नहीं रहे। ऐसे में अब दूसरी ज़िम्मेदारी उनके पास नेता प्रतिपक्ष की होगी।
उपचुनाव से पहले कमलनाथ को एक और जिम्मेदारी देना क्या कांग्रेस की मजबूरी है या फिर विकल्प??
बता दे कि कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के लिए कई दावेदार थे, सबसे पहला नाम पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह था। वहीं, पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन, पूर्व PDW मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित कई दिग्गजों के नाम शामिल थे। लेकिन उपचुनाव से पहले कांग्रेस में कोई गुटबाजी न हो इसलिए पार्टी ने कमलनाथ पर भरोसा जताया।
दरअसल, गोविंद सिंह को दिग्विजय सिंह का करीबी माना जाता हैं। जबकि बाला बच्चचन कमलनाथ के करीबी मानें जाते हैं। ऐसे में पार्टी ने 73 वर्षीय कमलनाथ पर भरोसा किया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कमलनाथ को नेता प्रतिपक्ष इसलिए बनाया गया है कि पार्टी में खेमे बाजी ना हो।