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भारत-चीन सीमा पर तनाव: ऑर्डनेंस फैक्ट्री और डिपो को रखा अलर्ट मोड पर

मध्यप्रदेश/जबलपुर(Jabalpur) – : भारत-चीन सीमा पर बने हालातों को देखते हुए जबलपुर शहर की आयुध निर्माणियां(OFK) को अब अलर्ट मोड पर रखा गया हैं। यहा पर आयुध उत्पादन की गति को अब तेज कर दिया गया है। आयुध निर्माणी बोर्ड इस सम्बंध में पहले ही अप्रत्यक्ष रूप से निर्देश जारी कर चुका है। फैक्ट्री के अधिकारी भी पूरे घटनाक्रम और बोर्ड के निर्देशों पर  नजर रख रहे हैं। इस बीच मिली जानकारी के अनुसार तैयार उत्पादों को जल्द ही देश के विभिन्न भागों में स्थित आयुध भंडारों को भेजा जा सकता है।

अब कहा जा रहा है कि जब कभी भी देश की सीमाओं पर तनाव की स्थिति  होती है, तब-तब आयुध निर्माणियों में अलर्ट हो जाता है। अभी कोरोना(Corona) संक्रमण के कारण लॉकडाउन(Lockdown) में उत्पादन बंद था। अब  उत्पादन में तेजी लाई जा रही है। पिछले कुछ टाइम से चीन सीमा पर तनाव की स्थिति निर्मित कर रहा है। सोमवार को भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद मामला और भी गंभीर हो गया है। इसलिए अब हथियारों के उत्पादन पर नजर रखी जा रही है। सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो और सैन्य प्रशिक्षण संस्थानो को भी अलर्ट मोड रखा गया हैं।

बमों के उत्पादन में तेजी – : इससे पहले भी जब चीन ने सीमा पर हरकत की थी, तभी से ओएफके(OFK) में बमों का उत्पादन में तेज कर दिया गया था।अब सबसे अधिक फोकस वायुसेना के बमों पर रहता है। अब बम बनाने वाले सेक्शन में कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी गई है। उत्पादन अनुभागों में 51 घंटे ओवर टाइम दिया जा रहा है। अभी कर्मचारी भले ही निगमीकरण के खिलाफ सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन आपात स्थिति में वे भी काम में जुटने के लिए तैयार हैं।

घातक तोप रहती हैं तैयार – :

देश की ज्यादातर सीमा थलीय है।तो ऐसे में वहा पर दुश्मनों से लडऩे में तोप की बड़ी भूमिका होती है। गन कैरिज फैक्ट्री (GCF) को कई प्रमुख तोपों के उत्पादन में महारथ हासिल है। धनुष तोप की सुपुर्दगी भी सेना को दी जा चुकी है। जल्द ही 38 किमी दूर तक मार करने वाली छह और धनुष तोप सेना को सौंप दी जाएगी। 130 एमएम से अपग्रेड की गई 155 एमएम 45 कैलीबर शारंग तोप भी सेना को मिलेगी। 105 एमएम लाइट फील्ड गन की टेस्टिंग भी तेज कर दी गई है।

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