T20 World Cup : भारत की दो लगातार बड़ी हार, मेंटर Dhoni पर उठे कई सवाल, गलत साबित हुआ ये फ़ैसला
खेल : सुपर-12 के ग्रुप-2 के मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया। इस हार के साथ भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी है। वहीं, इस हार के बाद भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी पर सवाल उठ रहें हैं। दरअसल, T-20 वर्ल्ड कप में बहुत ही उम्मीदों के साथ BCCI ने एमएस धोनी को टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में शामिल किया था।
धोनी की मेंटरशिप में जिस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की गई थी, टीम इंडिया उससे उल्टा ही खेल दिखा रही है। इस बार धोनी की मेंटरशिप में भारतीय टीम के टॉप-4 में पहुंचने के भी लाले पड़ गए हैं। बता दे कि पहले पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से करारी हार मिली, इसके बाद दूसरे मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से शिकस्त दी।
लगातार 2 मैचों में मिली हार के बाद धोनी पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। बात करे अगर न्यूजीलैंड वाले मैच की तो रोहित शर्मा की जगह वर्ल्ड कप में डेब्यू कर रहे ईशान किशन को ओपनिंग का मौका मिला। अब ये दबाव नहीं तो क्या है? टीम के ऊपर प्रेशर था और कप्तान कोहली ने हिटमैन की जगह ईशान को ओपनिंग के लिए मैदान पर उतार दिया और खुद नंबर-4 पर उतरे। धोनी ने ड्रेसिंग रूम में क्या किया? याद कीजिए धोनी जब खुद कप्तान हुआ करते थे, तब टीम के कॉम्बिनेशन में ऐसे फेरबदल नहीं करते थे। क्या बैटिंग ऑर्डर में चेंज करना धोनी का आइडिया था? या उन्होंने अपनी कोई राय ही नहीं दी?
इसके अलावा हार्दिक पंड्या के फॉर्म और फिटनेस को लेकर भी कई तरह की खबरें सामने आई थी। IPL फेज-2 के बाद टीम इंडिया के चयनकर्ता हार्दिक पंड्या के फॉर्म और फिटनेस से खुश नहीं थे और वो उन्हें UAE से वापस भारत भेजना चाहते थे। टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि, टीम इंडिया के मेंटर महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें बचा लिया। धोनी ने कहा कि पंड्या टीम इंडिया के जबरदस्त फिनिशर हैं। वो टी-20 WC में बहुत महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्हें टीम के साथ रखा जाए। इसके बाद हार्दिक भारत नहीं गए और टीम के साथ जुड़े रहे।
लेकिन, हार्दिक पंड्या लगातार अपने ख़राब फॉर्म से झुंझ रहे है। कल भी वो 24 गेंदों में मात्र 23 रन ही बना सके। आमतौर पर बड़े-बड़े शॉट्स से डील करने वाले हार्दिक के बल्ले से केवल एक चौका देखने को मिला। ऐसे में कहा जा रहा है कि धोनी का उनको वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया के साथ बनाए रखना अभी तक बहुत बड़ा गलत फैसला साबित हुआ।
बता दे कि धोनी को टीम से जोड़ने की बड़ी वजह यही थी कि वह वर्ल्ड कप जैसे बड़ी इवेंट में ड्रेसिंग रूम को तनाव मुक्त बनाकर रखें, लेकिन पिछले दोनों मैचों में भारतीय टीम पूरी तरह से दबाव में नजर आई। अब, भारत के पास तीन मैच और बचे है, यदि भारत अच्छा प्रदर्शन करती है कुछ उम्मीदें जताई जा सकती है, लेकिन ये बात तय है कि एक भी मैच अगर भारत हारती है तो उसका सफर ख़त्म हो जाएगा।