मप्र- मंसूर अली खान पटौदी की बहन और भोपाल रियासत की राजकुमारी का निधन, सैफ से चल रही थी लड़ाई
Bhopal News Avanish :- नवाब मंसूर अली खान पटौदी की बड़ी बहन और सैफ अली खान की बुआ सालेहा सुल्तान का हैदराबाद में निधन हो गया है। वे 80 साल की थीं। रविवार सुबह तबियत बिगड़ने पर उन्हें हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डाक्टरों के मुताबिक उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था और कुछ ही घंटों बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।
सालेहा सुल्तान को भोपाल से इतना लगाव था कि उन्होंने अपनी वसीयत में लिख दिया था कि मुझे भोपाल में मेरे नाना नवाब हमीदुल्ला खान के पहलू में दफन करना। अंतिम इच्छा के मुताबिक सालेहा सुल्तान की पार्थिक देह को हैदराबाद से भोपाल लाया जा रहा है। अहमदाबाद पैलेस स्थित सूफिया मस्जिद में सुपुर्द-ए-खाक(दफ़नाया) किया जाएगा।
सालेहा को भोपाल रियासत के नवाब हमीदुल्ला खां प्यार से डिंपो नाम से बुलाते थे। वे नवाब मंसूर अली खां पटौदी की बड़ी बहन हैं। डिंपो को अपने नाना से इतना प्यार करती थीं कि वो वसीयत कर गयी थीं कि उनकी मिट्टी को उनके नाना के पहलू(बगल) में ही दफन किया जाए। हैदराबाद के निजाम के फरजंद इनके चारों बेटे अपनी वालिदा की मिट्टी लेकर भोपाल आ रहे हैं। सालेहा सुल्तान के शव को लेकर उनके बेटे फैज जंग साद जंग, आमिर जंग,और उमर जंग हैदराबाद से बाय रोड आ रहे हैं। ये लोग आज रात तक भोपाल पहुंचेगे। कोहेफिजा में नवाब हमीदुल्ला खां द्वारा बनवाई गई सूफिया मस्जिद में आज रात बाद नमाज इशा डिंपो बिया को दफन किया जाएगा।
भोपाल में हुआ था जन्म
प्रिंसेस सालेहा पटौदी का जन्म 14 जनवरी 1940 को भोपाल में हुआ था। उन्होंने सेंट जॉर्ज इंटरनेशनल स्कूल स्विटजरलैंड से अपनी पढ़ाई पूरी की। उनका निकाह 20 दिसंबर 1957 को दिल्ली में पैगा परिवार के बशीर यार जंग के साथ हुआ था। हैदराबाद हाउस में किए गए उनके निकाह में पंडित जवाहरलाल नेहरू भी आए थे।
सलेहा अपने पैतृक संपत्ति पाने के लिए एक्टर सैफ अली खान से क़ानूनी लड़ाई लड़ रहीं थीं। क्योंकि नवाब पटौदी के हजारों करोड़ों के मालिक के वारिस सैफ अली खान हैं वो पूरी जायदाद पर नियंत्रण रखते हैं। उसी जायदाद को लेकर सलेहा क़ानूनी लड़ाई लड़ रहीं थीं