सिहोरा : तहसीलदार के सामने खाली होता रहा अवैध मुरम का हाईवा, नहीं की कोई कार्रवाई

सिहोरा : तहसीलदार के सामने खाली होता रहा अवैध मुरम का हाईवा, नहीं की कोई कार्रवाई
- राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से खुलेआम चल रहा अवैध उत्खनन और परिवहन का काम
- हाईवा चालकों के पास नहीं थी कोई भी रॉयल्टी पर्ची अवैध कालोनियों में प्लॉटिंग के लिए डाली जा रही अवैध मुरम
द लोकनीति डेस्क सिहोरा
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ वहीं राजस्व अधिकारी खुलेआम मुरम का अवैध उत्खनन करने वाले वाहनों पर शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ताजा मामला जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील का है जहां पर मुरम का अवैध उत्खनन कर ले जा रहे एक हाईवा की शिकायत करने के बावजूद अधिकारी मौके पर पहुंचे तो जरूर लेकिन उन्हीं के सामने संबंधित हाईवा से मुरम खाली होती रही लेकिन हाईवा को न तो पकड़ा गया न ही उस पर कोई कार्रवाई हुई। सिहोरा जिले में अवैध उत्खनन के अंधाधुंध मामले आए दिन सुनने में आते रहते हैं, वही अधिकारियों द्वारा यदा-कदा कार्यवाही की भी खबरें मिलती रहती हैं, किंतु जब अधिकारी के सामने अवैध खनिज का अवैध वाहन खाली होता रहे और अधिकारी कोई कार्यवाही न करें तो यह अधिकारियों की मिलीभगत दर्शाता है।
ये है पूरा मामला
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक पेट्रोल पंप एवं अवैध एक अवैध कॉलोनी की प्लाटों की पुराई हेतु हाईवा वाहन से उक्त खदान से मुरूम लेकर आया, रॉयल्टी पूछे जाने पर मौके पर उपस्थित खदान मालिक द्वारा कहां गया कि उक्त मुरूम मेरी स्वीकृत खदान से आई है, किंतु उक्त वाहन के ड्राइवर द्वारा रॉयल्टी न होने की बात कही गई और न ही खदान मालिक द्वारा रॉयल्टी दिखाई गई, मौके पर सिहोरा तहसीलदार सिहोरा राकेश चौरसिया को सूचना दिए जाने पर नायब तहसीलदार राहुल मेश्राम, आर आई अंबिकेश्वर बड़गैया एवं तहसीलदार स्वयं वाहन से पहुंचे और उनके सामने बन रही कॉलोनी में हाईवा से मुरूम खाली होती रही, लेकिन उनके द्वारा किसी दूसरे की निजी प्रॉपर्टी में जाकर कार्यवाही न करना कहा गया, उन्होंने सड़क पर परिवहन करते हुए पाए जाने पर कार्यवाही की बात की और ना ही उनके द्वारा वाहन चालक से पूछताछ एवं गाड़ी मुरूम जप्त तक नहीं की।
यहां प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा अवैध मुरम का अवैध उत्खनन
मझौली तहसील के छीता पाल क्षेत्र में मुरूम की खदानें हैं, जिसमें खसरा नंबर 63 में 1. 63 हेक्टेयर भूमि मुरूम खदान के नाम पर अभिषेक जैन के नाम पर नवकरण स्वीकृत की गई है। खदान 3 जुलाई 20 से 2 जुलाई 22 दो वर्ष के लिए स्वीकृत की गई है, किंतु खनिज शाखा के सूत्रों द्वारा पता चला है कि उक्त खदान का एग्रीमेंट नहीं हुआ है और और न ही इन्हें अभी रॉयल्टी स्वीकृत की गई है, जबकि वहां पर पोकलेन मशीन लगाकर दिन रात डंपर ,हाईवा से प्लाटों को भरने का काम एवं नहरे बनाने में मुरूम का अवैध उत्खनन करके उपयोग किया जा रहा है।
ग्रामीणों की शिकायत दरकिनार , शासन को लग रहा करोड़ों का चूना
उक्त खदान में न तो कहीं मुनारे लगे हुए हैं, जिससे कि सीमांकन का पता चल सके, खनिज विभाग के अधिकारियों को अनेक बार फोन द्वारा ग्राम वासियों द्वारा शिकायत की गई कि उक्त खदान संचालक द्वारा अवैध रूप से खुदाई करके शासन को लाखों रुपयों का चूना लगा रहा है, किंतु खनिज विभाग के आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच रहे और वहां अंधाधुंध उत्खनन का काम दिन रात धड़ल्ले से चालू है।
इनका कहना है
मेरी जानकारी में यह मामला सामने आया है मैं मामले को दिखवाता हूँ। अवैध उत्खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चंद्र प्रताप गोहिल, एसडीएम सिहोरा