शिवराज मंत्रिमडल विस्तार : सिंधिया समर्थकों का बड़ा बयान, सरकार भी चिंतित

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे के बाद अब तक शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका हैं। साथ ही अभी ये विस्तार और टलता नजर आ रहा हैं। दरअसल, सत्ता संगठन के दिग्गज नेता इस समय किसान आंदोलन को काउंटर करने के लिए प्रदेश भर में चौपाल और सम्मेलनों में व्यस्त हैं।
जबकि 9 दिन बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो जाएगा। इसलिए मंत्रियों की शपथ अपने नए साल में होने की संभावना हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इस मुद्दे पर केंद्रीय हाईकमान सहित प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से कई दौर की चर्चा भी हो चुकी हैं। बता दे कि पूर्व में शिवराज कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को दोबारा शपथ दिलाने की योजना थी, लेकिन अब तक इसपर बी कुछ फैसला नहीं लिया गया हैं।
हालांकि, बीच में इस बात की चर्चा ज़ोरो पर थी के अगर इन दोनों को मंत्री नहीं बयाना जाता है कि सिंधिया समर्थक शिवराज कैबिनेट से इस्तीफा दे सकते हैं।
इधर, सिंधिया समर्थकों का कहना है की मंत्रिमंडल विस्तार के साथ अब पुनर्गठन की तैयारी की गई हैं। इसमें परफॉर्मेंस को देखते हुए कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे। कुछ नए नेताओं को टीम शिवराज में जोड़ने की तैयारी हैं। मंत्रिमंडल में मौजूद संख्या के अलावा छह मंत्रियों को शामिल किए जाने की गुंजाईश है जबकि दावेदारों की संख्या कई गुना हैं। इसलिए भी संगठन में स्थिति बनी हुई हैं। कोरोना काल के दौरान विभिन्न विभागों में सरकार का राजस्व संग्रह काफी गिर गया हैं।
परिवहन, राजस्व सहित कतिपय अन्य विभागों में बदलाव के चर्चा हैं। इसके अलावा पिछले 6 महीने के दौरान राजस्व संग्रह की स्थापित परंपराएं भी प्रभावित हुई है इसलिए सरकार भी चिंतित हैं।