पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने खरीदी विश्व पुस्तक मेले से कुरान और बाइबल ,पढ़ें पूरी खबर

नई दिल्ली /गरिमा श्रीवास्तव :- मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी भाषायी ज्ञान के लिए पूरे देश में प्रचलित हैं। पर वह पुस्तक के बेहद शौकीन हैं इसका अंदाजा ज्यादातर लोगों को नहीं था।
बताते चलें की शिवराज को अलग अलग फिक्शन की पुस्तकें पढ़ना बेहद पसंद है ,यह उस दिन ज्ञात हुआ जब पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेले में पहुँच गए।
पुस्तकों के शौक़ीन शिवराज ने भिन्न भिन्न प्रकार की पुस्तकें खरीदी। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि उन्हें विभिन्न धर्मों की किताबें पढ़ना भी पसंद है।
शिवराज ने कहा कि देश में भगवान को धर्म के आधार पर चाहे बाँट दिया गया हो ,पर सबका मालिक एक है।
शिवराज ने पुस्तक मेले से हिंदी अनुवादित क़ुरान ,पवित्र बाइबिल के साथ साथ हजरत मोहम्मद की जीवनी समेत यथार्थ गीता, जीवन आदर्श एवं आत्मानुभूति, अटल बिहारी वाजपेयी पर आधारित नई चुनौती नया अवसर, बिंदु बिंदु विचार, न दैन्यं न पलायनम्, शक्ति से शांति, विचार बिंदु, कुछ लेख कुछ भाषण, मेरी इक्यावन कविताएं, नरेंद्र मोदी के प्रेरक विचार, अखंड भारत के शिल्पकार सरदार पटेल, चाणक्य और जीने की कला, मैं लोहिया बोल रहा हूं, मैं दीनदयाल उपाध्याय बोल रहा हूं, मैं अटल बिहारी वाजपेयी बोल रहा हूं इत्यादि पुस्तकें खरीदीं।
अपने ट्वीट के माध्यम से शिवराज ने ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जब मैं पुस्तक मेले में पहुंचा तो मुझे बहुत प्रसन्नता हुई । लाखों की संख्या में भीड़ इकट्ठा थी।
बच्चे ,युवा ,बुज़ुर्ग हर वर्ग के लोग पुस्तक खरीदने आये हुए थे।
उन्होंने प्रगति मैदान में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पुस्तकें हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं , यह हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में अहम् हैं।
देश के मामा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा :- “मेरे प्यारे भांजे भांजियों सोशल मीडिया ने हमारे जीवन को काफी हद तक सरल कर दिया है , सोशल मीडिया का अपना महत्त्व है पर जो ज्ञान हमें पुस्तकें प्रदान करती हैं वह हम कहीं से नहीं हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा इसीलिए मेरा सबसे निवेदन है कि खूब किताबें पढ़ें और ज्ञान अर्जित करें। ज्ञान अर्जन का सबसे सरल साधन पुस्तक है।
शिवराज ने युवाओं के साथ सेल्फी भी लिया।