सभी खबरें

शिवराज सरकार कांग्रेस विधायकों को ट्रैक्टर से नहीं जानें देगी विधानसभा, कलेक्टर ने इस तरह से की तैयारियां, क्या मानेंगे विधायक!!

शिवराज सरकार कांग्रेस विधायकों को ट्रैक्टर से नहीं जानें देगी विधानसभा, कलेक्टर ने इस तरह से की तैयारियां, क्या मानेंगे विधायक!!

 

भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- 28 दिसंबर के मध्य प्रदेश का विधान सभा सत्र शुरू होने वाला है. इस दो दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले ही भोपाल कलेक्टर ने यह आदेश जारी किया कि सत्र के दौरान विधानसभा की 5 किलोमीटर की परिधि में ट्रैक्टर सहित भारी वाहन ट्रक डंपर और धीमी गति से चलने वाले तांगा बैलगाड़ी आदि के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है… 
 जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के विधायकों ने यह बात कही थी की वह ट्रैक्टर से विधानसभा जाएंगे.. 
 कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर से विधानसभा ना पहुंच पाए इसीलिए 5 किलोमीटर का दायरा सील किया जाएगा. इसके साथ ही आदेश में संशोधन भी किया गया है. क्योंकि कांग्रेसी रणनीति बदलकर बैलगाड़ी से भी विधानसभा पहुंच सकते थे. इसीलिए उस पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. 

 कृषि कानूनों के विरुद्ध और किसानों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने 28 दिसंबर को विधानसभा के घेराव की घोषणा की है इस दिन कमलनाथ सहित सभी विधायकों की ट्रैक्टर से विधानसभा पहुंचने की योजना है. 28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस भी है जिसमें प्रदेशभर के किसानों को भोपाल बुलाने की तैयारी की गई है.

 विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा विधानसभा सत्र से पहले शहर में ट्रेक्टर, ट्रॉली और बैलगाड़ी पर प्रतिबंध लगाना किसान विरोधी मानसिकता दर्शाता है।

सरकार के ऐसे तुग़लक़ी फ़रमान कांग्रेस को किसानों की आवाज बनने से कभी नहीं रोक पायेंगे।

28 दिसंबर को सभी विधायक ट्रैक्टर से ही विधानसभा जायेंगे।

 जीतू पटवारी के इस बयान के बाद ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के विधायक विधानसभा सत्र के दौरान ट्रैक्टर से ही विधानसभा जाने वाले हैं.. 
 अब देखना यह होगा कि क्या सरकार अपने जारी आदेश को बदलती है या नहीं..???

क्या कोरोना के कारण टल जाएगा विधानसभा सत्र :- 

 मप्र का शीतकालीन सत्र एक बार फिर कोरोना के कारण टल सकता हैं। दरअसल। सत्र के दो दिन पहले विधानसभा के 77 में से 34 कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकले हैं। जिसके बाद सत्र ना बुलाए जाने की संभावना और बढ़ गई हैं। वह, आज दोपहर दो बजे सर्वदलीय बैठक विधानसभा में बुलाई गई हैं। इसमें तय होगा कि अब शीतकालीन सत्र का फैसला लिया जाए या नहीं। इसे एक दिन का भी किए जाने की संभावना अब बढ़ गई हैं। यदि सत्र चलता है तो उसका प्रोटोकॉल क्या होगा और सभी दलों से कितने विधायकों को बुलाया जाए, इस पर भी चर्चा हो सकती हैं। 

इस से पहले शुक्रवार को भी 55 लोगों का और टेस्ट हुआ है, जिनकी रिपोर्ट आज आनी हैं। वहीं, जिला प्रशासन आज संक्रमित क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित कर सकता हैं। 

बता दे कि शिवराज सिंह सरकार में अभी तक एक ही दिन का सत्र हो पाया है। पिछली बार भी संवैधानिक बाध्यता को वजह बताया गया था। अब चूंकि 200 लोगों के साथ शादी व राजनीतिक कार्यक्रम हो रहे हैं, तो सत्र संभावना भी बढ़ी हैं। नए सत्र में लोकमहत्व से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा संभावित हैं। 

मालूम हो कि कोरोना काल में अभी तक 47 विधायक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें मुख्यमंत्री और एक दर्जन मंत्रियों के साथ विधायक भी शामिल हैं। एक विधायक गोवर्धन दांगी और पूर्व विधायक कल्याण सिंह की मौत हो चुकी है। इस समय विधानसभा सदस्यों में 51 विधायक 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं।

इधर, सत्र को निरस्त करने की संभावना इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि इस से पहले 10 राज्यों ने भी कोरोना के चलते सत्र को निरस्त किया हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button