कहीं मन की बात भी मौन की बात बनकर न रह जाए : शशि थरूर
शशि थरूर ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी पर जमकर शिंकजा कसा है | उन्होंने कहा है कि हमारा लोकतंत्र हमें किसी की आलोचना करने का अधिकार देता है | ऐसे में किसी की आलोचना को देशद्रोह के प्रकार से देखना या ऐसे करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करना बिलकुल गलत है | शशि थरूर द्वारा इस पूरे मामले को लेकर ट्वीट कर अपनी बात रखी गई है |
उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के एक पुराने भाषण का हवाले देते हुए कहा है कि पीएम मोदी जी आपने साल 2016 में यूएस कांग्रेस को संबोधित करते हुए भारत के संविधान को पवित्र किताब करार दिया गया था और कहा था कि भारत का संविधान यहां रहने वाले सभी नागरिकों को विश्वास की स्वतंत्रता, भाषण और सभी नागरिकों की समानता का अधिकार प्रदान करता है |
शशि थरूर ने आगे लिखा है कि भारत के नागरिक के तौर पर हम चाहते हैं कि बगैर किसी डर के आपके समक्ष राष्ट्र महत्व से जुड़ी बातें रखी जाएं, ताकि आप तक यह बातें पहुंचे और फिर आप उसपर कोई फैसला लेने में सक्षम रहें | हम उम्मीद करते हैं कि आप भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करेंगे, क्यूकि कहीं 'मन की बात' 'मौन की बात न' बन जाए |
गौरतलव है कि इस साल जुलाई में देश के कुछ लेखकों और अन्य बड़ी हस्तियों द्वारा पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर देश में हो रही लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई थी | पीएम मोदी को लिखे इस पत्र के बाद बिहार में इन सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था |