रीवा के इस परिवार में फिर से जगी आस, पाकिस्तानी जेल से छूट कर आएगा बेटा
रीवा के इस परिवार में फिर से जगी आस, पाकिस्तानी जेल से छूट कर आएगा बेटा
रीवा/गौरव सिंह:- पिता विक्षिप्त से हो चुके हैं। मां का भी रो-रो कर बुरा हाल है। छोटे भाई-बहन भी गुमसुम से ही दिखते हैं। पूरा परिवार ही सदमें है, वह भी पांच साल से। ऐसा हो भी क्यों न जब किसी परिवार का बड़ा बेटा दुश्मन देश की जेल में बंद हो। दोनो देशों के बीच जो हालात हैं, उसमें हर परिवार यही दुआ करेगा कि जैसे भी ऊपर वाला जल्द से जल्द उसे रिहा करा दे। उसे उसके घर पहुंचा दे।घर वालों की इन दुआओं का ही परिणाम लगात है कि एक फोन कॉल ने उनमें फिर से उम्मीद की किरण जगा दी है। बताया जा रहा है कि पांच साल से पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद रीवा का बेटा जल्द रिहा होगा। रिहाई की प्रक्रिया पूरी हो गई है। ऐसे में अब एक-एक पल भारी पड़ रहा है परिवारजनों पर।
रीवा से करीब 50 किमी दूर स्थित थाना नईगढ़ी, छदनहाई ग्राम निवासी अनिल साकेत (25) पुत्र बुद्धसेन साकेत 15 जनवरी 2015 को लापता हो गया था। पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बेटे के गायब हो जाने से पिता की मानसिक स्थिति खराब हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। फिर एक दिन कहीं से सूचना आई कि वह भटकते हुए दिल्ली-लाहौर बस या ट्रक से पाकिस्तान पहुंच गया था और पाकिस्तानी पुलिस ने उसे जेल में डाल दिया।
वैसे तो अनिल की शादी भी हो चुकी थी, लेकिन तीन साल बीत गए जब वह नहीं लौटा तो पत्नी के मायके वालों ने दबाव बना कर उसकी दूसरी शादी कर दी। ऐसे में अब अनिल के परिवार में वृद्ध माता-पिता के अलावा, भाई रामू व बहन नीलू व ऋतु हैं। भाई मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता है।मेरे पास दिल्ली से सूचना आई थी कि रिहाई की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। लेकिन अनिल कब छूटेगा, यह निर्धारित नहीं है। रिहाई को लेकर अभी कोई पत्र हमें प्राप्त नहीं हुआ है।”-
राकेश कुमार सिंह, एसपी रीवा