भोपाल:राजपूत परिवार से हूं.. मूछें नहीं कटवाऊँगा..कहने वाले राकेश राणा पहले हुए निलंबित, फिर किए गए बहाल
राजपूत परिवार से हूं.. मूछें नहीं कटवाऊँगा..कहने वाले राकेश राणा पहले हुए निलंबित, फिर किए गए बहाल
- लंबी मूछें होने के कारण कॉन्स्टेबल राकेश राणा को किया गया था निलंबित
- सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
- बैकफुट पर आया प्रशासन, कॉन्स्टेबल की हुई बहाली
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- राजपूत परिवार से हूँ .. मूँछें नहीं कटवाऊँगा.. पुलिस अधिकारी मूँछें रखते हैं तो सिपाही क्यों नहीं..
भोपाल के सिपाही राकेश राणा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ.
राकेश राणा ने कहा कि वह मूछें नहीं हटवाएंगे और सिपाही की नौकरी छोड़ दी.
रविवार को दिनभर सोशल मीडिया पर इसी मसले को लेकर बहस छिड़ी रही। लोगों का कहना कि सेना की राजपूत रेजिमेंड में मूंछ रख सकते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस में भी मूंछों के रखने पर अलग से भत्ता देने की व्यवस्था है। यूपी पुलिस में आईपीएस स्तर के बड़े अधिकारी भी राकेश राणा की तरह की मूंछ रखते हैं, फिर उन पर कार्रवाई क्यों नहीं? सिर्फ कांस्टेबल को टारगेट बनाना ठीक नहीं?
एक तरफ राणा को सस्पेंड करने के आदेश दिए गए हैं तो दूसरी तरफ एडीजी अनिल कुमार ने राणा को नौकरी जॉइन करने के मौखिक आदेश दे दिए है। 7 जनवरी को AIG शर्मा ने राकेश राणा के सस्पेंशन का ऑर्डर जारी किया था। इसके बाद उनका सस्पेंशन कैंसिल किए जाने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया, लेकिन राणा नौकरी पर लौट आए हैं। एडीजी अनिल कुमार ने मौखिक तौर पर उन्हें जॉइन करने के आदेश दिए हैं।
अब राणा को स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा के पास से हटाकर एमटी पूल में रिजर्व ड्राइवर के तौर पर रखा गया है।
सोशल मीडिया पर लोग इस खबर को तेजी से वायरल करने लगें वहीं जब यूजर्स ने सवाल किए तो विभाग बैकफुट पर आ गया और अब राणा को एक बार पिर से बहाल कर लिया गया है. पुलिस के बड़े अफ़सरों ने इस खबर पर सहमति भी जताई है.
राकेश ने कहा कि कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक हीरो अभिनंदन वर्धमान से प्रेरित होकर ही ऐसी मूंछें रखी हैं। वे राजपूत हैं और मूंछें उनकी शान हैं। नौकरी जाती है तो जाए, वे अपनी मूंछें नहीं कटवाएंगे। राकेश बताते हैं कि उनको लोग अभिनंदन कह कर बुलाते हैं.
हाँलाकि अब राकेश राणा की शान और नौकरी दोनों वापस आ गई.
जब सवाल उठते हैं तो प्रशासन को बैकफुट पर आना ही पड़ता है. राकेश राणा को लेकर सवाल उठने पर आखिरकार प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा. और उनका निलंबन वापस लिया गया.