क्राइम ब्रांच की बड़ी करवाई , मानव तस्करी सहित 45 केसो का फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अमरेली के एक फार्म हाउस में काट रहा था फरारी, दो दिन पहले भेजी गई थी क्राइम ब्रांच की टीम, होटल माय होम के जरिए कई लोगों को फांसा
मध्यप्रदेश/इंदौर(Indore) – : मानव तस्करी, बलात्कार, संपतियो पर कब्जा, फर्जी दस्तावेज तैयार करने सहित 45 गंभीर मामलों के आरोपी जीतू सोनी(Jitu Soni) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गुजरात के अमरेली जिले में एक फार्म हाउस को उसने ठिकाना बना रखा था, और फरारी भी काट रहा था। इस बात की खबर इंदौर आईजी(IG) को लगी। दो दिन पहले वहां क्राइम ब्रांच की टीम भेजी गई थी।
होटल माय होम के जरिए इंदौर में अश्लीलता परोसने वाले जीतू को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। जीतू सोनी पर 45 मुकदमे और गंभीर धाराओं में दर्ज हैं तथा उस पर डेढ़ लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया जा चुका था। अब मिली जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह उसके भाई महेंद्र सोनी को पुलिस ने पकड़ा था।
उसकी तलाश में एसटीएफ टीम मुंबई और गुजरात में लगातार छापामार व कार्रवाई कर रही थी। अब इस बीच इंदौर आईजी विवेक शर्मा(Vivek Sarma) को क्राइम ब्रांच के माध्यम से एक अहम् जानकारी लगी कि जीतू गुजरात के बड़ोदरा के पास अमरेली जिले में एक फार्म हाउस पर छिपा हुआ है।
आईजी शर्मा व डीआईजी हरि नारायण चारी मिश्रा ने मिशन को गोपनीय रखते हुए क्राइम ब्रांच की दो टीमों को इंदौर से रवाना किया। जानकारी के अनुसार फार्म हाउस की एंट्री के गांव वाले जीतू की रैकी करने का काम करते थे, इसलिए रणनीति बनाई गई कि गुजराती वेश और वहीं की गाडिय़ों में एंट्री की जाए ताकि किसी को शंका न हो सके। एक बड़ी योजना से टीम गांव में पहुंची।
जहां पर कुछ लोगों ने पूछताछ भी की, लेकिन उन्हें क्राइम ब्रांच ने अहसास नहीं होने दिया। मौके पर पहुंचने के बाद टीम ने फार्म हाउस की घेराबंदी कर दी। जैसे ही पुलिस ने जीतू को धरदबोचा, वैसे ही उसने अफसरों को छोडऩे के लिए लालच भी दिया।
अब बताया ये जा रहा है कि मुख्यमंत्री के थे निर्देश – :
अब मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जीतू की गिरफ्तारी को लेकर डीजीपी को निर्देश दिए थे। इंदौर आईजी शर्मा को जवाबदारी सौंपी गई थी। उसके बाद से इंदौर क्राइम ब्रांच ने पूरी ताकत से सोनी की चैनल ढूंढऩे में लग गया था।
इंदौर के कुछ खास लोगों पर भी नजर रखी जा रही थी। साथ-साथ कुछ मोबाइल नंबरों को ट्रैप किया जा रहा था। चेन पकड़ते हुए ही जीतू का भाई महेंद्र सोनी हाथ लगा और तब जीतू की जानकारी मिली थी। कहा जाता है कि पकड़े जाने की खबर सीएम हाउस में तुरंत दी गई।