“संकट की सबसे बड़ी चोट ग़रीब, मज़दूरों, श्रमिकों पर पड़ी है, उनकी पीड़ा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है”- पीएम मोदी
संकट की सबसे बड़ी चोट ग़रीब, मज़दूरों, श्रमिकों पर पड़ी है, उनकी पीड़ा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है”- पीएम मोदी
नई दिल्ली/गरिमा श्रीवास्तव:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज “मन की बात”(Mann Ki Baat) कार्यक्रम के माध्यम से जनता को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संकट की घड़ी में सबसे बड़ी चोट गरीब मजदूरों श्रमिकों पर पड़ी है उनकी पीड़ा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता.
Lockdown के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) का यह कार्यक्रम तीसरी बार था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा अब धीरे धीरे खोला जा रहा है पर इस दौरान हमें सावधानियां बरतने की अत्यंत आवश्यकता है. अन्य देशों की तुलना में अगर बात करें तो भारत देश की आबादी बहुत ज्यादा है इसी वजह से यहां पर संक्रमण का खतरा भी ज्यादा है तो हमें जरूरी है कि 2 गज दूर रहकर ही लोगों से बात करें और हमेशा Mask का उपयोग करें.
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों के Innovation ने इस दौरान दिल को जीत लिया. कई जगहों पर सेंसर युक्त सैनिटाइजेशन मशीन बनाई गई तो कहीं दुकानदारों ने पाइप के माध्यम से ग्राहकों को सामान देना शुरू किया.
दूसरे तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस दौरान पूरा विश्व योगा की तरफ बढ़ रहा है. योगा इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग कर इम्यूनिटी को बढ़ाता है.