वाह! "PM Modi" को है "Trump" की फ़िक्र, अब बदबू से बचाने के लिए "Yamuna" में छोड़ा गया साफ़ पानी
- डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया ट्रंप का पहला भारत दौरा
- मोदी सरकार ट्रंप पर मेहरबान
- पानी की तरह खर्च किया जा रहा है पैसा
- झुग्गी-बस्तियां न दिखें, इसलिए उठाई ऊंची ऊंची दीवारे
- यमुना में ट्रंप को न आए बदबू, छोड़ा साफ़ पानी
उत्तर प्रदेश – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 24 से 26 फरवरी तक भारत यात्रा पर आने की योजना हैं। इस दौरान वह राजधानी दिल्ली सहित गुजरात के अहमदाबाद और उत्तर प्रदेश के आगरा भी जा सकते हैं। अहमदाबाद में वह ‘हाउडी मोदी’ जैसे एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जबकि आगरा में ताजमहल का दीदार करेंगे।
इसके अलावा अहमदाबाद में ट्रंप का पहले साबरमती आश्रम जाने और फिर वहां से इंदिरा ब्रिज के रास्ते हाल में बने मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम तक जाने का कार्यक्रम हैं। बता दे कि ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के इस दौरे को देखते हुए मोदी सरकार तेज़ी से काम कर रही हैं। राष्ट्रपति ट्रंप को किसी बात की तकलीफ न हो इसका पूरा पूरा ध्यान रखा जा रहा हैं। जबकि अपने देश के आम नागरिक को मोदी सरकार जमकर तकलीफ दे रहीं हैं।
बता दे कि स्टेडियम जाने के रास्ते में कुछ दूर तक झुग्गी-बस्तियां हैं, जहां गुजरात सरकार सड़क के किनारे-किनारे ऊंची दीवार बना रही हैं। जिसको लेकर वहां रहने वाले लोगों को काफी आक्रोश हैं। ये ऊंची ऊंची दीवारे इसलिए बनाई गई है ताकि रोड पर डोनाल्ड ट्रंप को कोई झुग्गी-बस्तियां न दिखें।
इसी बीच एक खबर ओर सामने आई हैं। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने 'आगरा में यमुना को स्वच्छ अविरल बनाने के लिए' गंगनहर से पानी देने का फैसला किया हैं। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता धर्मेंद्र सिंह फोगाट ने इस बात की जानकारी दी।
धर्मेंद्र सिंह फोगाट ने बताया कि ट्रंप के आगरा आगमन को ध्यान में रखते हुए यमुना नदी की पर्यावरणीय स्थिति में सुधार के लिए मांट नहर के रास्ते 500 क्यूसेक गंगाजल मथुरा में छोड़ा गया हैं। यह पानी अगले तीन दिन में मथुरा और उसके 24 घण्टे बाद 21 फरवरी की दोपहर तक आगरा पहुंचेगा। उन्होंने आगे बताया की विभाग की कोशिश है कि गंगाजल की यह मात्रा यमुना में 24 फरवरी तक निरंतर बनी रहे।
उधर, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता डॉक्टर अरविन्द कुमार ने प्रशासन के इस कदम पर कहा कि ऐसा करने से यमुना का पानी पीने योग्य भले ही न हो पाए, परंतु उसके दुष्प्रभाव व बदबू में तो कमी होने की आशा कर सकते हैं। उन्होंने प्रशासन के इस कदम को सही बताते हुए कहा कि ये निश्चित रूप से प्रभाव डालेगा।
अरविन्द कुमार ने आगे कहा कि मथुरा के साथ-साथ आगरा में भी यमुना नदी में घुले ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी तथा बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमाण्ड व केमिकल ऑक्सीजन डिमाण्ड की मात्रा में कमी आएगी।