श्री राम एयरपोर्ट निर्माण में शुरू हुआ विरोध , कौन लगा रहा अड़ंगा
अयोध्या/गरिमा श्रीवास्तव :- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बड़े विवाद के बाद आखिरकार सरकार ने स्वीकृति दे दी थी ,केंद्र के मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के संयुक्त प्रयास से अयोध्या में एयरपोर्ट का प्रस्ताव भी स्वीकार कर लिया गया था। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर इस एयरपोर्ट को तैयार किया जाना था।
कार्य अभी शुरू नहीं हुआ था सिर्फ जमीन और स्थान तय किए गए थे , अयोध्या के धर्मपुर के साथ कुछ और गांवों के जमीन में एयरपोर्ट निर्माण करने की स्वीकृति मिल गयी थी।
वहीं दूसरी तरफ धरमपुर के ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
उनका कहना है कि सरकार हमें दुसरे गाँव के जमीनों की अपेक्षा काम मुआवज़ा प्रदान कर रही है।
आपको बता दें कि धरमपुर के ग्रामीणों ने सदर तहसील में तहसील समाधान दिवस पर सुनवाई करने पहुंचे जिला अधिकारी अनुज कुमार झा के सामने अपनी समस्या रखी।
ग्रामीणों ने अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि अगर उन्हें जिला प्रशासन की तरफ से रहत नहीं प्रदान कराई गयी तो उन्हें मजबूरन उच्च न्यायालय का सहारा लेना पड़ेगा।
आपको बता दें कि एयरपोर्ट निर्माण के लिए शहर से सटे जनौरा ,नंदपुर ,गंजा और धर्मपुर ग्रामसभा की जमीन अधिग्रहित की जानी है।
जबसे फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया उसी वक़्त से अयोध्या पर्यटन का जरिया बन गया है। भारी तादाद में यहाँ पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। जिसे देखते हुए एयरपोर्ट निर्माण का फैसला लिया गया।
बताते चलें कि अधिग्रहित क्षेत्र के किसानों को मुआवजा देकर उनके जमीन की रजिस्ट्री कराई जा रही है। वहीं धर्मपुर के किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन दूसरे गाँव की तुलना में हमें काम पैसे दे रही है।
जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा है कि राजस्व विभाग की तरफ से हर गाँव के लिए सर्किल रेट तय किया गया है ,इसी आधार पर सभी ग्रामवासियों को मुआवजा दिया जाएगा।