कोरोना महामारी के दौर में दरियादिल सरकार ने घर वापसी का किराया वसूला..!
भोपाल / गरिमा श्रीवास्तव :- मध्यप्रदेश के(MdhyaPradesh) भोपाल(Bhopal) में आज नासिक (Nasik) से मजदूर वापस लौटे हैं. जिसके बाद उन्हें भोपाल से बस द्वारा अलग-अलग जिला में भेजे जाने की तैयारी की गई थी. पर बड़ी खबर सामने निकलकर यह आई है कि एक तरफ जहां वैसे ही मजदूर इस वक्त गरीबी की मार झेल रहे हैं तो वही उनसे स्पेशल ट्रेन में बैठने के लिए टिकट के पैसे भी वसूल किए गए.
जबकि कल स्पेशल श्रमिक ट्रेन (Special Labours Train)को लेकर खबर यह थी कि किसी भी श्रमिकों का किराया नहीं लिया जाएगा. यह किराया राज्य सरकार स्वयं राज्य कोष से वहन करेगा. पर जहां आज बेहद निंदनीय घटनाक्रम सामने आई. जब गरीबी की मार झेल रहे श्रमिकों ने ₹305 की टिकट का ₹315 चुकाया. मजबूरी क्या कुछ नहीं करा देती है. अपनी थोड़ी बहुत बची जमा पूंजी को श्रमिकों ने टिकट खरीदने में लगा दिया ताकि वह किसी भी हाल में अपने घर पहुंच सके. पर राज्य सरकार द्वारा इस वसूली को लेकर अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया….
क्या यह वही सरकार है जो लगातार दावा करती है कि हम गरीबों को श्रमिकों के हित में कार्य करने के लिए निरंतर तत्पर हैं..? पर इनकी निरंतरता कितनी है वह सामने आ गई है.
कोरोना संकट और उसके बाद हुए लॉकडाउन ने पहले से ही मजूदरों को दाने – दाने के लिए मोहताज कर दिया है ऐसे में उनसे घर वापसी के लिए टिकट के पैसा वसूलना कई सवाल खड़े कर रहा है। सवाल यह भी है कि जब मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार खुद आगे बढ़कर दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को लाने की पहल कर रही है तब उनसे इस यात्रा का पैसा वसूलना कितना उचित है…? यह क्यों किया गया.? किसने किया..? यह जानना बेहद महत्वपूर्ण है. एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने राज्यों के बाहर फंसे मजदूरों के खाते में ₹1000 डालें, तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के ही प्रवासी मजदूरों को घर वापसी का किराया चुकाना पड़ा… ऐसा क्यों हुआ.?
https://twitter.com/the_hindu/status/1256486104217325568?s=19
जिसके बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार को इस तरफ संज्ञान लेने हेतु मांग की है.
जानिए कमलनाथ ने ट्वीट में क्या कहा:-
कांग्रेस पार्टी पिछले एक माह से माँग कर रही थी कि देश भर के विभिन्न राज्यों में जो प्रवासी मज़दूर भाई , छात्र फँसे है उन्हें वापस अपने-अपने घर लाने के लिये विशेष ट्रेनें चलायी जावे।
केन्द्र सरकार ने एक माह बाद निर्णय लिया कि विशेष ट्रेनें चलायी जायेगी,निर्णय स्वागत योग्य है।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1256523403386896385?s=19
इसके लिये यह तय हुआ कि मज़दूरों से किराये की राशि नहीं ली जायेगी , इसका वहन राज्य सरकारे करेगी।
लेकिन जिस प्रकार से तस्वीरें सामने आयी कि नासिक से भोपाल आयी विशेष ट्रेन में यात्रियों से किराया वसूला गया , वो बेहद आपत्तिजनक है।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1256523407274975232?s=19
कोरोना महामारी के लॉकडाउन के चलते मज़दूर का पहले ही रोज़गार छीन चुका है , उसके पास खाने को राशन तक नहीं है , ऐसे संकट के दौर में उससे घर वापसी का किराया वसूला जाना बेहद शर्मनाक है।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1256523409904726016?s=19
सरकार इस मामले में संज्ञान लेकर तत्काल किराया वसूली पर रोक लगाये , प्रदेश के वापस घर आ रहे मज़दूर भाइयों के किराये की राशि का खर्च सरकार ख़ुद वहन करे।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1256523413591654400?s=19
अब देखना यह है कि सरकार का ध्यान इस तरफ जाता है या नहीं…