न्यू इंडिया की नींव रखेगी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति- पीएम मोदी
नई दिल्ली/आयुषी जैन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शुक्रवार को एक कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया । यह कॉन्क्लेव राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़ा हुआ था । इस कॉन्क्लेव के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव की काफी लंबे समय से मांग की जा रही थी और इसकी जरूरत भी थी । पीएम मोदी का मानना है कि पढ़ाई के साथ साथ बच्चो को स्किल्स पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है । नई पीढ़ी के भारत को इस शिक्षा नीति की और अत्यन्त आवश्यक थी । उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति न्यू इंडिया की नींव रखेगी ।
कॉन्क्लेव को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन दशकों में दुनिया का हर क्षेत्र बदल गया, हर व्यवस्था बदल गई । इन तीन दशकों में हमारे जीवन का शायद ही कोई पक्ष हो जो पहले जैसा हो । लेकिन वो मार्ग, जिस पर चलते हुए समाज भविष्य की तरफ बढ़ता है, हमारी शिक्षा व्यवस्था, वो अब भी पुराने ढर्रे पर ही चल रही थी । नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी नए भारत की, नई उम्मीदों की, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है ।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इसके पीछे पिछले चार-पांच वर्षों की कड़ी मेहनत है, हर क्षेत्र, हर विधा, हर भाषा के लोगों ने इस पर दिन रात काम किया है । लेकिन ये काम अभी पूरा नहीं हुआ है अब तो काम की असली शुरुआत हुई है ।
संबोधन में पीएम ने कहा कि अब हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति को उतने ही प्रभावी तरीके से लागू करना है और ये काम हम सब मिलकर करेंगे मुझे खुशी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के इस अभियान में हमारे प्रिंसिपल्स और शिक्षक पूरे उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के बारे में देश भर के शिक्षको से MyGov पर उनके सुझाव मांगे थे. एक सप्ताह के भीतर ही 15 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं. पीएम ने कहा कि ये सुझाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति को और ज्यादा प्रभावी तरीके से लागू करने में मदद करेंगे.
संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों में Mathematical Thinking और Scientific Temperament विकसित हो, ये बहुत आवश्यक है और Mathematical Thinking का मतलब केवल यही नहीं है कि बच्चे Mathematics के प्रॉब्लम ही सॉल्व करें, बल्कि ये सोचने का एक तरीका है ।