लापरवाही! स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के इंतज़ार में बैठी रही गर्भवती महिलाएं, भूखे पेट आई प्रेग्नेंट लेडी को लगाया टीका

मध्यप्रदेश/भोपाल : शुक्रवार को राजधनी भोपाल में 54 हजार गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई। इन्हें कोवैक्सिन का फर्स्ट डोज लगाया गया, जबकि सेकेंड डोज 28 दिन बाद लगेगा। जेपी अस्पताल, सीएचसी बैरसिया, गांधी नगर, कोलार, बैरागढ़, मिलिट्री अस्पताल, सुल्तानिया अस्पताल, आईजीएच, कस्तूरबा, एम्स और जेएनएच में गर्भवती को वैक्सीन लगाई गई।
हालांकि, इस दौरान जेपी अस्पताल से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया, दरअसल वैक्सीनेशन का जयाज़ा लेने यहां प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी आने वाले थे। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को सुबह 11.30 बजे जेपी अस्पताल पहुंचना था, लेकिन वे 50 मिनट लेट हो गए। जिसके कारण वे महिलाएं परेशान हो गईं, जो काफी पहले वैक्सीन लगवा चुकी थीं। मंत्रीजी के आने का इंतजार कर रही थी।
बता दे कि जेपी अस्पताल में सुबह वैक्सीन लगवा चुकीं कई महिलाओं को काफी देर तक सिर्फ इसलिए रोक कर रखा गया क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी यहां आने वाले थे। कहा जा रहा है कि वैक्सीन लगवाने के लिए जेपी अस्पताल समेत राजधानी के 11 सेंटरों पर दो घंटे पहले से ही महिलाएं पहुंच गईं।
वहीं इस दौरान भूखे पेट बैठी एक गर्भवती महिला को भी वैक्सीन लगा दी गई।
जानकारी के अनुसार मंत्री दोपहर 12.20 बजे अस्पताल पहुंचे थे। सबसे पहले वे रजिस्ट्रेशन वाले रूम में पहुंचे। यहां ऑन साइट रजिस्ट्रेशन करा रही गर्भवती महिलाओं से चर्चा की। इसके बाद वे उस रूम में पहुंचे, जहां वैक्सीन लगाई जा रही थी। हालांकि, तब कोई भी प्रेग्नेंट लेडी वैक्सीन लगवाने के लिए रूम में नहीं थी। इस कारण अमला रजिस्ट्रेशन रूम में पहुंचा और तुलसीनगर क्षेत्र की रानी वंशकार को बुलाया। रानी ने नर्स को बताया कि वह चेकअप कराने आई थी।
वैक्सीन लग रही थी, तो मैंने भी रजिस्ट्रेशन करवा लिया, लेकिन कुछ खाया नहीं है। तबीयत खराब हो गई तो? यह जानने के बावजूद रानी को वैक्सीन लगा दी गई। हालांकि, वह करीब 30 मिनट स्टाफ की देख-रेख में रही। वहीं, जब इस बारे में जब सिविल सर्जन डॉ. श्रीवास्तव से पूछा गया, तो उनका कहना था कि भूखे पेट भी वैक्सीन लगाई जा सकती है। हां, प्रयास रहता है कि भूखे पेट वैक्सीन न लगाई जाए।