भोपाल में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, CMHO से पूछा तो बोले जानकारी नहीं

भोपाल:
भोपाल में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। रविवार को पीएनटी से नेहरू नगर के बीच की सड़क पर कोरोना जांच के लिए सैंपल देने वाले करीब 300 लोगों के नाम, मोबाइल नंबर की 13 सीट और 80 से ज्यादा जांच की स्वैब किट कबाड़ के ठेले पर मिली। स्वैब स्टिक पर एक्सपायरी डेट 2023 की है।
आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष प्रदीप खण्डेलवाल ने तुरंत इसकी सूचना भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी को दी। सूचना देने के बाद उनके पास सीएमएचओ कार्यालय से फोन आया। खण्डेलवाल ने कहा कि डॉ. तेजप्रताप ने उनसे सीट की फोटो भेजने की बात कही, ताकी किसकी लापरवाही है उसका पता लगाया जा सके। उनको फोटो भेज दी गई। इसके बाद से खण्डेलवाल के पास किसी का ना तो फोन आया और ना ही कोई जानकारी लेने आया।
प्रदीप खण्डेलवाल ने बताया कि उन्होंने सोमवार को सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को फोन करके सामान ले जाने के लिए कहा तो उनको जवाब दिया कि वह कबाड़ है। हमारे काम का नहीं है। खण्डेलवाल ने कहा कि यह सीएमएचओ कार्यालय की गंभीर लापरवाही है। यह सीधे सीधे लोगों की निजता का हनन के साथ ही सरकारी धन और जनता के टैक्स से खरीदी सामग्री को बर्बाद किया जा रहा है।
मामले की जानकारी लेने के लिए जब डॉ. प्रभाकर तिवारी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वह बैठक में थे। इसलिए उनको मामले की जानकारी नहीं है। वह स्टाफ से जानकारी लेकर उपलब्ध कराएंगे। बता दे की भोपाल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 5500 लोगोें की कोरोना जांच प्रतिदिन की जा रही है।