MP यूथ कांग्रेस चुनाव : सामने आया फर्ज़ीवाड़ा, लगे गंभीर आरोप, राहुल गांधी से की शिकायत

मध्यप्रदेश/भोपाल – हाई कमान ने युवक कांग्रेस संगठन में प्रभावी सुधारों के लिए चुनाव प्रक्रिया लागू की गई। ताकि निष्पक्ष तरीके से युवाओं को राजनीति में आने का मौका मिले। मप्र एक मात्र राज्य है, जहां युवक कांग्रेस के चुनाव लगातार टाले गए। मप्र को छोड़कर हर राज्य में हर 3 साल में चुनाव हुए, लेकिन मप्र में 2013 के बाद अब चुनाव कराए गए हैं।
बता दे कि राहुल गांधी ने ‘नेता बनो- नेता चुनो’ के कॉन्सेप्ट को लेकर युवाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए चुनाव कराए, लेकिन उनकी इस सोच को पलीता लगता दिख रहा हैं। मध्य प्रदेश में युवक कांग्रेस के चुनाव 6 साल बाद हुए। इसके लिए 10, 11 और 12 दिसंबर को ऑनलाइन वोटिंग हुई। लेकिन तीन दिन बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं हुआ हैं। इससे चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं और कार्यकर्ताओं में आक्रोश हैं।
इतना ही नहीं खुद कांग्रेसी ही इस चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं। यूथ कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ता बड़े नेताओं पर अपने चहेतों को पद दिलाने का आरोप भी लगा रहे हैं। इसको लेकर कई जिलों के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से शिकायत भी की हैं।
राहुल गांधी से की गई शिकायत में कहा गया है कि प्रदेश के बड़े नेता अपने चहेतों को युवक कांग्रेस में पद दिलाना चाहते हैं। साथ ही राहुल गांधी को भेजी गईं शिकायतों में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि यूथ कांग्रेस में पदाधिकारियों के चयन के लिए वोटिंग के बाद नए नियम जारी किए गए।
प्रदेश अध्यक्ष पद के उम्मीदवार विवेक त्रिपाठी ने वोटिंग के बाद नियम जारी करने को लेकर चुनाव प्रभारी के समक्ष लिखित आपत्ति दर्ज कराई हैं। उन्होंने कहा है कि नियम पहले जारी किए जाना चाहिए थे। वोटिंग होने के तीन दिन बाद नियम जारी होना कोई सुनियोजित एजेंडा का हिस्सा हैं।