उज्जैन : उखड़ती सांसों को था ऑक्सीजन का इंतज़ार, वक़्त पर नहीं मिला, 5 की मौत
मध्यप्रदेश/उज्जैन – मध्यप्रदेश के उज्जैन से बड़ा मामला सामने आया है जहां ऑक्सीजन की कमी के कारण 5 मरीज़ों की मौत हो गई। ये मामला उज्जैन के बड़े निजी आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का हैं। जिस समय ऑक्सीजन की कमी हुई उस समय अस्पताल में कोरोना के 120 मरीज भर्ती थे।
वहीं, इस पूरे मामले में आरडी गार्डी अस्पताल के प्रभारी सुजान सिंह रावत ने कुछ मरीजों की मौत की बात तो स्वीकारी। लेकिन ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत की बात नहीं मानी। उन्होंने कहा कोरोना मरीज़ों की रोजाना मौत हो रही हैं। आज भी हुई। मैं देख कर बता पाउंगा कि इस आरडी गार्डी अस्पताल में आज कितने लोगों की मौत हुई हैं।
क्या है पूरा मामला
नाम छुपाने की शर्त में आरडी गार्डी अस्पताल के सूत्रों से जो पुख्ता जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक गुरुवार रात 3:00 बजे ऑक्सीजन खत्म होने का अलार्म बजा। उसके बाद मौजूदा डॉक्टर ने अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तपोभूमि स्थित प्रदीप ऑक्सीजन वाले के यहां से ऑक्सीजन मंगवाई। अस्पताल ने अपने डॉक्टर को तपोभूमि भेजा ताकि वह खुद जाकर जल्द से जल्द ऑक्सीजन का ट्रक अपने साथ लेकर आ सकें। ऑक्सीजन लेकर ट्रक वहां से रवाना तो हुआ लेकिन वो अस्पताल नहीं पहुंचा बल्कि कहीं और चला गया।
आरडी गार्डी अस्पताल प्रबंधन का दावा है जिस ट्रक में ऑक्सीजन रवाना की गई उसके पीछे हमारा डॉक्टर भी था। उज्जैन आते ही डॉक्टर फ्रेश होने अपने घर चला गया। जब तक लौटा तो पता चला कि अस्पताल में ऑक्सीजन पहुंची ही नहीं। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए।
वहीं, आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह को इसकी सूचना दी। कलेक्टर ने तत्काल कहीं और से ऑक्सीजन की व्यवस्था करवाई। लेकिन तब तक तो बहुत देर हो चुकी थी। उखड़ती सांसों को इतना इंतज़ार कहां था। ऑक्सीजन मिल पाती उससे पहले ही क्रिटिकल कंडीशन के 5 मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई।