MP : फिर गरमाया पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा, बनाई जाएगी आंदोलन की रणनीति
भोपाल : मध्यप्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा फिर गरमा गया है। मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि डीए बढ़ाकर सरकार ने राहत दी है, लेकिन पुरानी मांगें पूरी नहीं की गई। इनमें महत्वपूर्ण मांग पुरानी पेंशन बहाली की है। उन्होंने कहा की नई पेंशन नीति की वजह से कर्मचारियों को कुछ भी राहत नहीं मिल पा रही।
प्रदेश अध्यक्ष सिंह ने कहा की पुरानी पेंशन स्कीम से कर्मचारियों को हर महीने निश्चित राशि मिलती थी, जिससे रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी का जीवन-यापन बेहतर तरीके से चलता था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कर्मचारियों का मेडिकल इंश्योरेंस करने, संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग भी प्रमुख है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल सरकार से मिलेगा। इसके बाद आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
मालूम हो कि पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर फरवरी-22 में कई कर्मचारी संगठन सड़क पर उतर गए थे। इसी बीच, राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल कर दी थी। इसके बाद यह मांग जोर पकड़ती जा रही थी। बाद में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के कारण फ़ैसला नहीं हो सका। इससे पहले मार्च में डीए बढ़ाते हुए सरकार ने अन्य मांगों पर जल्द फैसला लेने का भरोसा दिलाया था। हालांकि, अब चूंकि चुनाव निपट चुके हैं इसलिए पेंशन बहाली की मांग फिर से उठाई जाने लगी है।
बता दे कि सरकार एक दिन पहले ही प्रदेश के 7 लाख अधिकारी-कर्मचारियों को 3% DA (महंगाई भत्ता) बढ़ाकर बड़ा उपहार दे चुकी है। अब कर्मचारी संगठन बाकी मांगों पर जल्द फैसला लेने की सरकार से मांग कर रहे हैं।