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मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हलचल तेज़, फिर भोपाल आ रहे "महाराज", करेंगे CM Shivraj से मुलाकात 

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – MP उपचुनाव के बाद होने वाले शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार अधर में अटक गया है। वर्तमान में शिवराज कैबिनेट में 28 मंत्री है, संख्या के लिहाज से छह मंत्री और बनाए जा सकते है, इसमें गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी राम सिलावट को मंत्रीपद मिलना तय है, वही अन्य बीजेपी विधायकों को शामिल किया जा सकता है, हालांकि यह अभी तय नही है कि कौन कौन से विधायकों को जगह मिलेगी। 

उपचुनाव के नतीजे आए हुए भी करीब डेढ़ माह हो गया हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद ज्योतिारादित्य सिंधिया की कई बैठके भी हो चुकी है, बावजूद इसके अबतक बहुप्रतीक्षित शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार नही हो पाया हैं। इधर, मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत के शपथ ग्रहण लेने का मामला भी अधर में लटक गया हैं। 

इन सबके बीच एक बार फिर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाजार गरमा चूका हैं। 

दरअसल, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कल यानी शनिवार को भोपाल आ रहे हैं। जहां एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी मुलाकात होगी। दोनों नेता 25 दिन में तीसरी बार बैठक करेंगे। इससे पहले 30 नवंबर और इसके बाद 11 दिसंबर को सिंधिया-शिवराज की बैठक हो चुकी हैं। वहीं, सिंधिया की प्रदेश में सक्रियता बढ़ने से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सरगर्मी तेज हो गई हैं। 

सूत्रों के मुताबिक 26 दिसंबर को सिंधिया और शिवराज की बैठक का समय करीब एक घंटे का तय किया गया है। यह बैठक सीएम हाउस में शाम 6 से 7 बजे तक होगी। इसके बाद सिंधिया बीजेपी कार्यालय जाएंगे। मंत्रिमंडल विस्तार और प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा होने के आसार इसलिए भी बढ़ गए हैं, क्योंकि प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव 26 दिसंबर को ही दो दिवसीय प्रवास पर भोपाल आ रहे हें।

बताया जा रहा है कि उनकी भी बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ बैठक भी होगी। इस दौरान सिंधिया भी मुरलीधर राव से मुलाकात करेंगे। सिंधिया का कार्यक्रम संगठन के अन्य नेताओं से मिलने का भी हैं।

सुत्रों की माने तो नए साल में मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है, चुंकी 28 दिसंबर से मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु होने वाला है, ऐसे में शिवराज का फोकस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव पर बना हुआ हैं।

इतना ही नहीं सियासी गलियारों में इस बात की भी चर्चा ज़ोरो पर है कि अगर गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी राम सिलावट को जल्द ही मंत्रिमंडल मे शामिल नही किया गया तो बाकी के 7 सिंधिया समर्थक भी मंत्रीपद से इस्तीफा दे सकते हैं। इतना ही नहीं खबर ये भी है की ज्योतिारादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के इस्तीफे को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बात चीत कर सकते हैं। 

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