"महाराज" ने घुमाया फ़ोन, टूटे कांग्रेस के तीन बड़े नेता, दिया पार्टी से इस्तीफा, मचा बवाल
मध्यप्रदेश/भिंड – इतिहास में यह पहला मौका है जब एमपी (MP) की 28 सीटों पर उपचुनाव (By Election) होने जा रहे हैं। लेकिन उस से पहले प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज़ हैं। इसके साथ ही दल बदलू का खेल भी अपने चरम पर हैं। कोई कांग्रेस (Congress) छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहा है तो कोई भाजपा (BJP) छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम रहा हैं।
इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा हैं। ये बड़ा झटका कांग्रेस को एक बार फिर भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने दिया हैं। जहां भिंड जिले से कांग्रेस के प्रदेश सचिव रामहरि शर्मा (Ramhari Sharma), अजा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इंजीनियर सुनील शेजवार (Sunil Shejwar), महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रजनी श्रीवास्तव दीक्षित (Rajni Shrivastav Dikshit) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया हैं।
इससे पहले शुक्रवार शाम को राजेंद्र गुर्जर, सुनील शेजवार, रजनी श्रीवास्तव के साथ रामहरि शर्मा दिल्ली रवाना हुए थे। जहां उनकी मुलाकात सिंधिया से हुई। जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद सुनील शेजवार ने कहा कि पिछले 20 वर्ष से वह कांग्रेस में टिकट की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए हर तरह से मेहनत की लेकिन पार्टी ने हमेशा उन्हें अनदेखा कर दिया। इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया।
जबकि, कांग्रेस से प्रदेश सचिव रामहरि शर्मा (Ramhari Sharma) ने बताया की ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें फोन कर कहा था कि सिंधिया को उनकी आवश्यकता हैं। जिसके बाद से उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया हैं।
बता से कि ये पहला मौका नहीं है जब कोई कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हो। अब तक कई सिंधिया समर्थक कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। सिंधिया और उनके समर्थकों के पार्टी छोड़ने के बाद से ही कांग्रेस के संगठित ढांचे का बिखरना जारी हैं।