MP: महिला अत्याचार में नंबर-वन बना प्रदेश- Congress
भोपाल। मध्यप्रदेश में सभी राजनैतिक पार्टयों ने चुनाव की तयारी शुरू कर दी है। चुनावी साल में बीजेपी और कांग्रेस में आरोप -प्रत्यारोप की लगातार झड़ी लग रही है। एक और बीजेपी अपनी उपलब्धियां गिनाकर चुनावी मैदान फतह करना चाहती है तो वहीँ दूसरी और कांग्रेस सरकार विकास के दावे की पोल खोलने में लगी हुई है। कांग्रेस ने आंकड़े जारी कर सरकार से जवाबा मांगा है।
कांग्रेस मोर्चा संगठन प्रभारी शोभा ओझा ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा जारी गुमशुदगी के आंकड़े किए पेश कर सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने मीडिया से कहा कि पिछले 18 साल में महिला अत्याचार के मामले में नंबर 1 पर अपना एमपी है। इसी तरह पिछले 5 सालों में गुमशुदी के मामले भी देश में सर्वाधिक है। बीते 5 सालों में 61,102 बच्चे एमपी से गायब हुए हैं। इनमें 49,024 बच्चियां और 12,078 गायब बच्चे शामिल है। कहा कि -सरकार के तमाम दावे झूठे है। प्रदेश की जमीनी हकीकत बद से बदतर है। उन्होंने सवाल उठाया कि अब तक ह्यूमन ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए क्या कार्रवाई की गई है। मामले में सरकार अपनी प्लानिंग सार्वजनिक को करें।
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी की प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कि दिग्विजय सिंह का शासनकाल याद करे कांग्रेस। महिलाओं का अपमान करने वाली कांग्रेस अपने अपने गिरेबान में झांके। प्रदेश में बाल सुरक्षा को लेकर ऐतिहासिक काम हुए है। राजस्थान कांड पर चुप्पी रखने वाले कांग्रेसी मध्यप्रदेश में डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है। मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य जहां बाल संरक्षण को लेकर कठोर कानून है।