महू कांड: कमलनाथ ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, BJP पर बोला हमला

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के महू कांड को लेकर प्रदेश में लगातार सियासत जारी है। महू में आज पीसीसी चीफ कमलनाथ मृतक भेरूलाल के घर पहुंचे, जहां पिता से बातचीत कर घटना को दुखद बताते हुए हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही कमलनाथ ने कहा कि साधारण सरल नौजवान को गोली मारी गई, जो केवल वहां खड़ा हुआ देख रहा था कि क्या हो रहा है। यह गोली कांड मंदसौर के बाद हुआ है। ये केवल गोली चलाते है। आज भारतीय जनता पार्टी के पास केवल पुलिस पैसा और प्रशासन बचा है। ये दबाना छिपाना बीजेपी की रणनीति है। एक करोड़ के मुआवजे की मांग की है। चार बच्चों का परिवार बच्चा है। जिंदगी भर परिवार का गुजारा 10 लाख में कैसे होगा। साथ ही कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि आज मैंने महू जाकर पुलिस गोलीबारी में मारे गए आदिवासी युवक के परिवार एवं महेश्वर जाकर उस आदिवासी बेटी के परिवार से मुलाकात की जिसकी हत्या कर दी गई थी. दोनों परिवार दुख के सागर में डूबे हुए हैं. पीड़ितों के ऊपर ही एफआईआर दर्ज की गई है। उनके कष्ट को देखते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि पूरा मामला महू के डोंगरगांव थाना क्षेत्र का है, जहां एक आदिवासी युवती की मौत पर जमकर बवाल हुआ। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव लेकर थाने के बाहर चक्काजाम किया था। परिजनों का आरोप है कि युवती के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी। हत्या करने वाला पाटीदार समाज का युवक है।पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही और उसे पुलिस ने थाने में बैठा कर रखा था। भीड़ लगातार आरोपी को सौंपने की मांग कर रही थी। जिसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भीड़ को समझाने की कोशिश की कि वह कानून अपने हाथ में ना लें आरोपी को सजा कोर्ट देगी। लेकिन परिजन नहीं माने और लगातार प्रदर्शन करते रहे।1 घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद जब परिजनों की कोई सुनवाई नहीं हुई तो परिजनों ने पुलिस थाने पर पथराव कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले बरसाए और 25 से ज्यादा हवाई फायर किए बावजूद इसके स्थिति पुलिस के कंट्रोल में नहीं आई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। पथराव में 20 से अधिक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में 13 नामजद और 90 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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