प्रशासन की बड़ी लापरवाही ,अब ठेकेदार के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
मध्यप्रदेश/जबलपुर (Jabalpur) – : शहर एक ठेकेदार की गलती के कारण अब दो बूंद पानी के लिये तरसना पड़ेगा. असल, ड्रिलिंग के चलते राइजिंग पाइप लाइन में सुराग हो गया. इस कारण लाखों गैलन पानी व्यर्थ में बह गया. कहा जा रहा है कि आधा जबलपुर शहर करीब चार दिनों तक प्यासा रहेगा. यहां इस मेन राइजिंग पाइप लाइन से शहर की 16 टंकियां भरी जाती हैं. जिनमें शनिवार से पानी नहीं भरा जा सकेगा. पाइप लाइन में हुए सुराग को भरने के लिए दिन रात नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी काम में जुटे हुए हैं.
अब ठेकेदार के खिलाफ दर्ज हुई है एफआईआर(FIR)
एमपीईबी(MPEB) के निजी ठेकेदार की गई इस लापरवाही के खिलाफ प्रशासन ने गढ़ा थाने में एफआइआर भी दर्ज करवा दी गई है. पर इस काऱण आम लोगों की समस्या काफी बढ़ गई है. प्रशासन का दावा है कि आम लोगों को किसी भी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी. इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं.
अब इन इलाको में होगा पानी बड़ा संकट
कहा जाता है कि रमनगरा ट्रीटमेंट से आने वाली इस मेन राइजिंग पाइप लाइन में बिरला धर्मशाला, मेडिकल, गुलौआ, रामेश्वरम, मदर टैरेसा नगर, मनमोहन नगर, सर्वोदय नगर, राइट टाउन, लक्ष्मीपुर, आनंद नगर, कोतवाली, लेमा गार्डन गोहलपुर, टिकरी टोला, त्रिपुरी चौक, मोती नाला इलाके की टंकियां नहीं भर पाएंगी.
प्रशासन ने कहा कि बिना अनुमति के हो रही थी खुदाई
इंदौर की मेसर्स कल्याण टोल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने बिना अनुमति मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रास्ते में खुदाई हो रही थी. उसी टाइम यह हादसा हो गया. मेन राइजिंग पाइप लाइन में हुए सुराग के बाद उसे बंद कर दिया गया है.
122 टैंकरों से होगी पानी की सप्लाई
लेकिन इस कारण अगले चार दिनों तक भीषण गर्मी के इस दौर में शहर वासियों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा. बहरहाल प्रशासन ने दावा किया है कि 122 टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी. ताकि आम लोगों को किसी भी तरह का सामना नहीं करना पड़े.