MAHARSHTRA में अबकी बार कैसी होगी सरकार ???? BJP+SHIVSENA OR ????????
महाराष्ट्र की पॉलिटिकल इनसाइड स्टोरी पढ़िए यहाँ :-
महाराष्ट्र में बीजेपी को शिवसेना की दो टूक :- कहा राजनीति में कोई संत नहीं होता, हमें मजबूर मत करो. .
हमारा प्रयास राज्य में एक स्थाई सरकार देने का है, अगर भाजपा हमारे फार्मूले पर विचार नहीं करती है, तो हम कांग्रेसी और एनसीपी के साथ जाने पर भी विचार कर सकते हैं। राजनीति में कोई संत या साधु नहीं होता, हालांकि इसके साथ ही साथ उन्होंने उम्मीद भी जताई कि बीजेपी गठबंधन की महत्ता को समझते हुए उनके फार्मूले को स्वीकार कर लेगी। शिवसेना के प्रमुख नेताओं का भी यही मानना है कि जब तक बीजेपी की तरफ से कोई जवाब नहीं आता है, तब तक शिवसेना इंतजार करेगी। लेकिन साथ ही साथ उन्होंने एक खुले विकल्प के बारे में भी इशारा किया है, जिसमें इसके साथ ही साथ कहा गया है कि हमें दूसरे विकल्प के बारे में सोचने व दूसरे विकल्प से कार्य करने के लिए मजबूर न किया जाए, हम ऐसा कोई भी कदम उठाना नहीं जाते हैं जो भाजपा और शिवसेना के वर्तमान गठबंधन के तौर पर एवं दूरगामी परिणाम के तौर पर सही साबित ना हो।
यहां आपको यह बताना भी बहुत ही जरूरी है कि, महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटों में से वर्तमान चुनाव के परिणामों में भाजपा को जहां 105 सीटों पर जीत मिली हैं, तो वही महाराष्ट्र में भाजपा की मुख्य सहयोगी पार्टी शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है। इस तरह से भाजपा और शिवसेना गठबंधन मिलकर 161 सीटों का हो जाता है, वही बात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी कि एनसीपी की करें तो एनसीपी ने 54 सीटें जीती है। जबकि कांग्रेस के खाते में 43 सीटें आई हैं। वहीँ बात साल 2014 की करें तो विधानसभा चुनाव में भाजपा को जहां 122 सीटें मिली थी, वहीं शिवसेना को 63 सीटें मिली थी कांग्रेस और एनसीपी को क्रमशः 42 और 41 सीटों से संतोष करना पड़ा था। 201 के चुनाव में हालांकि भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़े थे एवं बाद में शिवसेना भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गई थी, हालांकि 5 साल के सरकार के दौरान भी भाजपा और शिवसेना की कई तरह की खींचतान जारी रही।
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता की राजनीति में जारी भारी उठापटक के बीच आए शिवसेना नेता संजय राउत के बयान को यहां समझिये :-
महाराष्ट्र में सरकार बनाने में देरी को लेकर जब पत्रकारों द्वारा शिवसेना सांसद संजय राउत से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिनके पिता जेल में हो इन सब के बीच शिवसेना ने जो है सरकार बनाने को लेकर अपने 5050 फार्मूले पर अड़ी हुई है। जिसके साथ ही साथ शिवसेना मुख्यमंत्री का पद भी स्वयं रखना चाहती है, इसी क्रम में आज जब पत्रकारों से पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता व सांसद संजय राउत ने कहा कि यहां कोई दुष्यंत नहीं है, जिनके पिता जेल में हूं यहां हम हैं, जो धर्म और सत्य की राजनीति करते हैं।
बहरहाल शिवसेना और भाजपा का सत्ता को लेकर चल रहा यह संघर्ष कहाँ समापन लेता है और आने वाले समय में महाराष्ट्र की राजनीति की बागडोर किस ओर होगी यह तो वक्त ही बता पाएगा।
बहरहाल आप बने रहिये द लोकनीति के साथ ,नमस्कार ,खबर पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।