महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार : नई सरकार का 1 माह बीता, शिंदे-फडणवीस में नहीं बन पा रहीं सहमति! इस फॉर्मूले पर अटकी कहानी
महाराष्ट्र : एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 से अधिक विधायकों की बगावत के बाद महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार अल्पमत में आ गई थी, और राज्य से उद्धव ठाकरे की सरकार गिर भी गई। बाद में भाजपा के समर्थन के साथ ही 30 जून को एकनाथ शिंदे ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर CM पद की शपथ ली, जबकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्रीा बने।
बता दे कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन को एक महीना बीत चुका है, लेकिन अभी तक वहां मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है। जिसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे है।
वहीं, खबरों की मानें तो इन अटकलों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को राजधानी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है।
सूत्रों का कहना है कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस दोनों अलग-अलग चार्टर्ड विमानों से दिल्ली पहुंचे और आधी रात के बाद मुंबई वापस चले गए। हालांकि, इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। देवेंद्र फडणवीस और दिल्ली में भाजपा मुख्यालय दोनों ने शनिवार को ऐसी किसी भी बैठक से इनकार किया है।
खबरों की मानें तो एकनाथ शिंदे कैबिनेट विस्तार में 50-50 फॉर्मूले पर अडिग हैं, जबकि बीजेपी 60-40 फॉर्मूले पर अड़ी है। सूत्रों ने कहा कि भाजपा से 27 मंत्री और शिंदे खेमे से 15 मंत्री होंगे, ऐसी संभावना है।
बहरहाल, अब सवाल ये उठ रहा है कि अगर मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो कब होगा? ये विस्तार एक बार में होगा ये दो बार में? इसको लेकर भी एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
हालांकि, कहा जा रहा है कि शिंदे-फडणवीस सरकार का कैबिनेट विस्तार अगस्त के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
जबकि, तीन दिन पहले खुद सीएम शिंदे ने कहा है कि अगले तीन दिनों में कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। शिंदे ने कहा था की, ‘इसमें कोई शक नहीं कि कैबिनेट के विस्तार में देरी हुई है। लेकिन किसी भी स्तर पर इसको लेकर कोई विवाद नहीं है। अगले तीन दिनों में हमलोग मंत्रिमंडल का विस्तार कर लेंगे।
बता दे कि एकनाथ शिंदे ने 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। कल यानी शनिवार को शिंदे सरकार का 1 माह पूरा हो गया है, और कैबिनेट का विस्तार अब तक अटका हुआ है।