MP – रूठे सिंधिया नही जाना चाहते राज्यसभा, मध्यप्रदेश की राजनीति में बढ़ी सरगर्मियां

रूठे सिंधिया नही जाना चाहते राज्यसभा, मध्यप्रदेश की राजनीति में बढ़ी सरगर्मियां
मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) से राज्यसभा(RajyaSabha) की तीन सीटों के लिए तीन सीटों पर चुनाव होने हैं जिसमें कांग्रेस की तरफ से दावेदारों की सूची में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) का नाम सबसे ऊपर चल रहा है लेकिन खबरों के मुताबिक वह उच्च सदन में जाने के लिए तैयार नहीं हैं जो पार्टी के लिए चिंता का सबब बन गया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों पर मार्च में चुनाव होने हैं जिसमें से दो सीटें कांग्रेस के हिस्से जा सकती हैं वहीं बीजेपी के खाते में एक सीट जा सकती है। खबरों के मुताबिक कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह(Digvijay Singh) और सिंधिया इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं।
सिंधिया का इस तरह का से राज्यसभा जाने से इंकार सियासत में सरगर्मिया बढ़ा रहा है क्योकि अभी हाल ही मे सिंधिया अपनी ही सरकार पर जमकर बरस चुके है और वादों की याइ दिला रहे थे, इस पूरे घटना क्रम पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी नजर बनाए हुए हैं कि आखिर सिंधिया राज्यसभा न जाने के पीछे का रूख क्या हो सकता है।
मध्यप्रदेश मे यदि आंकड़ों के गणित के हिसाब से मध्यप्रदेश में 228 सदस्य हैं जिसमें कांग्रेस के पास 114 बीजेपी के पास 107 समाजवादी पार्टी के पास 1 और बहुचन समाज पार्टी के पास 2 सीट हैं।
क्या है राज्यसभा के रास्ते का गणित
इस हिसाब से एक उम्मीदवार को 58 वोट मिलने पर कांग्रेस के पास 56 वोट रह जाएंगे एक निर्दलीय विधायक सरकार में मंत्री हैं। इस तरह कांग्रेस(Congress) के पास 57 विधायक हैं और उसे सिर्फ एक विधायक की जरूरत होगी वहीं बीजेपी(BJP) के पास एक उम्मीदवार को 58 वोट के बाद 49 वोट रह जाएंगे।
आगामी राजनीतिक उठापटक पर नजर बनाए रखना जरूरी है कि आगे सिंधिया, सरकार और आलाकमान के बीच क्या ठनती है।