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लक्ष्मण ने कोहली की कप्तानी पर उठाए सवाल, कहा- उनके फैसले की वजह से हार का खतरा बढ़ा

 

जैसे ही विदेशी दौरा शुरू होता है वैसे ही भारत के कप्तानों पर उंगली उठनी शुरू हो जाती है। भारतीय टीम इस समय न्यूजीलैंड से टेस्ट खेल रही है। और अब सवाल उठने का सिलसिला शुरू हो गया है। न्यूजीलैंड दौरे पर कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का बल्ला तो खामोश है ही, वहीं अब टेस्ट सीरीज में उनकी कप्तानी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। बेसिन रिजर्व में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन विराट कोहली के फैसलों पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने बहुत सारे सवाल खड़े कर दिये। लक्ष्मण ने कहा कि विराट कोहली ने मैच के दौरान बतौर कप्तान कुछ ऐसी गलतियां कीं जिसकी कीमत अब भारत को हार के साथ चुकानी पड़ सकती है।

विराट कोहली की कप्तानी पर उठाए सवाल

वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि 'टिम साउदी का विकेट गिरने के बाद भारत ने न्यूजीलैंड को स्कोर बनाने दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि न्यूजीलैंड को 100 रनों की भी बढ़त नहीं मिल पायेगी, लेकिन जेमीसन और कॉलिन डी ग्रान्डहोम की साझेदारी ने इस बढ़त को 183 रनों तक पहुंचा दिया। भारत की रणनीति में कमी दिखी और आक्रामकता तो कही से भी नजर नहीं आई। विराट कोहली ने जो भी फैसले लिए वो गलत रहे, खासकर जब उन्होंने नई गेंद ली।'

बल्ले से भी नाकाम रहे विराट
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पर दवाब बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने वन-डे में भी कुछ खास नहीं कर पाए थे। विराट सिर्फ कप्तानी के मोर्चे पर नहीं बल्कि बल्लेबाज के तौर पर भी लगातार विफल हो रहे हैं। वनडे और टी20 सीरीज के बाद पहले टेस्ट की दोनों पारियों में भी कोहली का बल्ला नहीं चला। विराट कोहली ने पहली पारी में 2 रन और दूसरी पारी में 19 रन बनाकर आउट हुए। न्यूजीलैंड दौरे पर विराट कोहली सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके हैं। आपको बता दें कि विराट कोहली पिछली 20 इंटरनेशनल पारियों से शतक नहीं लगा सके हैं। जो उनके करियर का तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है। अगर वो अपने प्रदर्शन पर सुधार नहीं करते तो चारों तरफ से घिर जायेंगे। क्योंकि उनकी आक्रामकता किसी से छुपी नहीं है। जब कोई बल्ले से रन बनाता है तो ज्यादा आक्रामकता को इग्नोर कर दिया जाता है। पर जब स्कोर नहीं करता और फालतू में आक्रामक तेवर रखता है तो चारों तरफ से उंगलियां उठनी शुरू हो जाती हैं। आपको बता दें इससे पहले विराट कोहली 2014 में 25 इंटरनेशनल पारियों में भी शतक नहीं लगा पाए थे। 2011 में भी उनके शतकों का सूखा 24 पारियों तक चला था। फिर वही समय चल रहा है। देखते हैं ये सूखा कब तक चलता है। और अपने आपको कैसे बचते हैं।

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