Khargone: "द लोकनीति" ने दिखाई ग्रामीणों की समस्या, जगी ग्रामीणों में उम्मीद, ये है पूरा मामला
- द लोकनीति के द्वारा ग्राम खोडी के ग्रामीण जनों की समस्या दिखाए जाने के बाद ग्रामीणों में जगी उम्मीद,
- अनुविभागीय अधिकारी बड़वाह को सौंपा ज्ञापन
खरगोन/बड़वाह से लोकेश कोचले की रिपोर्ट :- ग्राम खोडी स्थित शराब कंपनी असोसिएटेड अल्कोहल ऐण्ड ब्रेवरिज लिमिटेड के अधिकारी कर्मचारियो के द्वारा लगातार कुछ ग्राम खोडी के रहवासीयो को डरा धमकाकर मकान खाली करने व तोड़ दिये जाने की धमकिया दी जा रही थीं। जिसकी सूचना मिलने पर द लोकनीति ने ग्रामीणों की समस्या को प्रमुखता से दिखाया था।
जिसके पश्चात समस्त ग्रामीण जनो ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बड़वाह को ज्ञापन के माध्यम से उक्त मामले की शिकायत की हैं। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया की कंपनी द्वारा अधिगृहित भूमि के समीप ये मजदुर विगत कई वर्षो से निवास करते आ रहे है कुछ माह से कंपनी के रणधीर सिंह एवं अवध बिहारी शराब के नशे में महिलाओ से गाली गलोच एवं मकान तोड़ने के लिए धमका रहे हैं।
जब मजदूरों ने इसका विरोध किया तो मजदूरों को नौकरी से बंद करने की धमकिय देने लगे।
ग्रामीण मजदूरों अनुविभागीय अधिकार को ज्ञापन सौंप उचित कार्यवाही की मांग की हैं। मजदूरो ने श्रीमान से बताया की हम विगत कई वर्षो से यहाँ निवास करते आ रहे है अब जब वृद्धावस्था में गरीबी के संघर्ष से उबरने के प्रयास में इस मकान की आस है, वो भी कंपनी की भेंट चढ़ जायेगा तो हम कहा जायेंगे बहरहाल एस डी एम् महोदय द्वारा पट्टे के मौखिक आश्वासन के पश्चात् मजदुर अपने गंतव्य पर लौट गए।
उल्लेखनीय है की इन्ही मकानों में कुछ मजदूरो के मकान प्रधानमन्त्री आवास योजना द्वारा आर्थिक सहायता से निर्मित किये गये हैं। ये मजदुर निम्न वर्ग से हो कर खोड़ी स्थित अल्कोहल प्लांट पर ही मजदूरी करते हैं।
द लोकनीति के द्वारा कंपनी के अधिकारीयो से सम्पर्क साधने की कोशिश की गयी। जिसमे कंपनी के कर्मचारी पशुपतिनाथ तिवारी ने बताया की कम्पनी के कर्मचारियो द्वारा गाली गलोच नही की गई। हालाँकि उन्होंने अपनी बात को लेकर यह भी कहा कि वे एक छोटे से कर्मचारी हैं। अत: वे कंपनी की तरफ़ से कोई आधिकारिक बयान नही दे सकते हैं, साथ ही उन्होंने उक्त जमीन को कम्पनी की आधिकारिक जमीन बताई।