"महाराज" चाहते है ये "मलाईदार विभाग", आलाकमान भी नहीं करना चाहता इसे नज़रअंदाज़, दबाव में सीएम शिवराज
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल (Shivraj Cabinet) के विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारों (Divisions of Departments) में हो रही देरी ने मंत्रियों की बेचैनी को भी बढ़ा रखा हैं। साथ ही विभागों के बंटवारों को लेकर सियासी हलचल भी तेज़ हैं।
कयास लग रहे हैं कि विभागों को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और सीएम शिवराज (CM Shivraj) के बीच अभी भी पेच फंसा हुआ हैं।
सूत्रों के अनुसार 12 सिंधिया समर्थक मंत्री (Scindia Supporters Ministers) अच्छे विभाग की चाहत में हैं। जिसमें राजस्व,वित्त, ट्रांसपोर्ट, स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा, खाद्य व आपूर्ति, श्रम और महिला व बाल विकास मंत्रालय सिंधिया समर्थित की पहली प्रथमिकता हैं। इसके अलावा सिंधिया समर्थक गृह मंत्रालय भी मांग रहे हैं जो फिलहाल प्रदेश के गद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा के पास हैं।
लेकिन, सीएम शिवराज इनमें से कुछ विभाग अपने मंत्रियों को देना चाहते हैं। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री वित्त, राजस्व, खनिज, ऊर्जा और पीडब्ल्यूडी अपने समर्थकों को देना चाहते हैं। परंतु कही न कही सीएम शिवराज इस समय दबाव में हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज (CM Shivraj) के सामने आलाकमान का दबाव भी नज़र आ रहा हैं। क्योंकि आलाकमान (High Command) भी सिंधिया को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहत। दरअसल, सिंधिया और उनके समर्थकों के कारण ही मध्यप्रदेश में भाजपा (BJP) का कमल खिला हैं। ऐसे में सिंधिया की बातों को प्रथमिकता देना शिवराज के लिए मजबूरी भी है और जरूरत भी।
बरहाल अब देखने दिलचस्प होगा की सीएम शिवराज किस को क्या विभाग देते हैं।