सभी खबरें

जबलपुर : हमारे प्रदेश का "निकम्मा मुख्यमंत्री"…मैं खुद उसका विरोध करता हूं – BJP नेता

मध्यप्रदेश/जबलपुर – मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। अस्पतालों में बेड सहित ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही हैं। इतना ही नहीं ऑक्सीजन और वेंटीलेटर वाले मरीजों को लेकर बेड की मारामारी मची हैं। जिले में 50 सरकारी व निजी अस्पताल ऐसे है जहां बेड पुरे भर चुके हैं। ऐसे में नए मरीज़ो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। 

वहीं, जबलपुर में लगातार बिगड़ रहे हालात को देखते हुए पाटन से बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई पहल ही अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। वो लगातार सीएम शिवराज से यहां ध्यान देने की मांग कर रहे हैं। वो लगातार सीएम को इन हालातों से निपटने के लिए सुझाव भी दे रहे हैं। बावजूद इसके कुछ हल नहीं निकल रहा हैं।

 

 

इसी बीच अब नुनसर मंडल अध्यक्ष अजय पटेल ने शिवराज सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट जारी करते हुए लिखा की – ‘हमारे मध्य प्रदेश का निकम्मा मुख्यमंत्री…मैं खुद मंडल अध्यक्ष उसका विरोध करता हूं। चाहे जो भी हो, क्योंकि मैंने अपनों को मारते हुए देखा हैं। माननीय शिवराज सिंह चौहान जी मैं आपकी ही पार्टी का मंडल अध्यक्ष नुनसर बोल रहा हूं। मैं अपने परिवार के लिए यदि इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं कर पा रहा हूं तो मैं इसको अपनी नाकामी मानूं या सरकार की।

इस पोस्ट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा कार्यकर्ताओं में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर किस हद तक नाराजगी हैं। 

इस से पहले पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने, अपने ट्वीट के जरिए प्रदेश में कोविड मरीजों की औसत संख्या और उन पर खर्च की जाने वाली ऑक्सीजन की तुलना महाराष्ट्र से करते हुए सवाल खड़े किए थे। उन्होने टवीट् करते हुए लिखा -मुख्यमंत्री जी कृपया ध्यान दें. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में महाराष्ट्र में 50000 मरीज थे और ऑक्सीजन 457 मीट्रिक टन खर्च हुई है. लेकिन मध्यप्रदेश में सिर्फ 5000 मरीजों पर 732 मीट्रिक टन ऑक्सीजन खर्च क्यों हुई?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button