जबलपुर : बदमाशों ने नाबालिग की चाकू से गोदकर कर दी हत्या, क्षेत्र में सनसनी
जबलपुर : बदमाशों ने नाबालिग की चाकू से गोदकर कर दी हत्या, क्षेत्र में सनसनी
- रांझी बापू नगर में बदमाशों का आतंक
- करौंदी रेलवे लाइन के पास वारदात
- वारदात से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई
- आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
राझी स्थित करौंदी रेलवे लाइन के पास बदमाशों ने चाकू से गोदकर नाबालिग लड़के की हत्या कर दी। वारदात से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बदमाश वहां से भाग निकले। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि हत्या के दो आरोपी पुलिस के हत्थे भी चढ़ गए हैं, लेकिन दो अभी भी फरार हैं।
जानकारी के मुताबिक हिमांशु,लकी, नितिन और सूरज अपने साथियों के साथ मिलकर अक्सर बापू नगर पानी की टंकी के पास उत्पात मचाकर लड़कियों से छेड़खानी करते थे। जिसके चलते 17 वर्षीय कृष्णा सिंह उर्फ कालू का उनसे विवाद हो गया और उनके बीच में जमकर मारपीट भी हुई। इसके बाद चारों कृष्णा से खुन्नस रखने लगे। इसी विवाद को सुलझाने के लिए शनिवार शाम 7.30 बजे लकी ने कृष्णा को कॉल किया और कंम्प्रोमाइज करने के लिए करौंदी रेलवे लाइन के पास बुलाया कृष्णा अपने साथी राज सिंह के साथ जैसे ही मौके पर पहुंचा तो चारों बदमाशों ने मिलकर चाइना चाकू से कृष्णा की जांध पर दनादन वार कर दिए और उसे लहुलुहान हालत में छोड़कर वहां से भाग निकले।घायल कृष्णा को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।
बाजार में खुलेआम चमकाते थे चाकू
बताया जा रहा है कि हिमांशु, लकी और उसके करीब 10-12 साथी आदतन अपराधी हैं जो कि बापू नगर में तो बदमाशी करते ही हैं, साथ में रांझी बाजार में भी खुलेआम चाकू लहराकर लोगों में दहशत फैलाते हैं उनकी इन हरकतों से क्षेत्र की लड़कियां घर से अकेले निकलने में कतराती हैं।
आक्सीजन होती तो बच जाती जान
मृतक के मोहल्ले वालों ने स्वास्थ्य विभाग पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 108 एंबुलेंस तो समय पर आ गई थी, लेकिन उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी, जबकि उस वक्त कृष्णा को ऑक्सीजन की लकी, नितिन और सूरज ने राज के सिर पर पत्थर मार दिया, जिससे वह बहुत आवश्यकता थी। उनका कहना है कि यदि ऑक्सीजन होती तो कृष्णा की जान बच सकती थी।