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इंदौर : ऑक्सीजन की भारी किल्लत, खुद मरीज़ों के परिजन जुटे, प्रबंधन का फरमान सुनाता ही सिलेंडर भरवाने दौड़ जाते… 

मध्यप्रदेश/इंदौर – मध्यप्रदेश में कोरोना बेकाबू होता जा रहा हैं। आए दिन प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। हालात ये है कि अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत शुरू हो गई हैं। कई अस्पताल ऐसे है कि जहां ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मच रहा हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण ज्यादातर अस्पतालों ने नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया हैं। जबकि, जो मरीज़ पहले से ही अस्पतालों में भर्ती है उनके परिजन खुद ही ऑक्सीजन जुटाने में लगे हुए हैं। वहीं, महाराष्ट्र से ऑक्सीजन न के बराबर आ रही है और गुजरात से भी सप्लाय बहुत कम हो चुकी हैं। 

बता दे कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर में इस समय हालात ख़राब होते जा रहे हैं। इन दोनों महानगरों में रिकॉर्ड तोड़ मरीज़ सामने आ रहे हैं। बात इंदौर की करे तो शहर में अप्रैल के 13 दिन में ही एक्टिव मरीजों की संख्या दोगुना हो चुकी हैं। तीन हजार मरीज आईसीयू व एचडीयू में गंभीर स्थिति में भर्ती हैं। इस वजह से ऑक्सीजन की खपत 100 टन रोज पर जा पहुंची है, जबकि सप्लाय 60-70 टन ही हैं। 

लगातार हो रहीं ऑक्सीजन की कमी के कारण कई अस्पतालों में मरीजों के परिजन ड्यूटी दे रहे हैं। जैसे ही प्रबंधन फरमान सुनाता है कि ऑक्सीजन कम हो रही है, वे सिलेंडर भरवाने दौड़ जाते हैं। कार, बाइक, ऑटो से दिन में दो से तीन बार परिजन को सिलेंडर लाना पड़ रहे हैं।

बुधवार को मेदांता अस्पताल में भर्ती 77 वर्षीय महिला को एयर लिफ्ट करने की तैयारी हैं। परिजन के अनुसार वे 11-12 दिन से भर्ती हैं। अब तक 10 सिलेंडर ला चुके हैं। बुधवार को फिर स्टाफ ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी हैं। इसे देखते हुए जयपुर शिफ्ट करने के लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था करना पड़ी। आज, उन्हें एयर लिफ्ट कर रहे हैं। 

इधर, अस्पताल के डॉ. संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज को शिफ्ट करने को नहीं कहा हैं। सप्लाय कम है इसलिए थोड़ी परेशानी जरूर हैं।

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